पशुपालन

गिनी फाउल पालन की संपूर्ण जानकारी | Guinea fowl farming

गिनी फाउल पक्षी को कम लागत में अच्छा मुनाफा देने वाला पक्षी माना जाता है, क्योंकि इसके पालन और देखरेख में काफी कम खर्च आता है।

Guinea fowl farming: हमारे देश में अंडे और मांस का व्यापार दिनोंदिन काफी बढ़ रहा है। ऐसे में किसान मुर्गे और बकरे का पालन करके अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। हालांकि ऐसे कई और भी प्रजातियां हैं जो किसानों को इससे भी अधिक मुनाफा देती हैं- उनमें गिनी फाउल पालन (guinea fowl farming) एक है। इसे गांवों में आम भाषा में चकोर मुर्गी पालन भी कहते हैं। 

 

गिनी फाउल (guinea fowl) एक विदेशी पक्षी है। यह मूल रूप से अफ्रीका गिनिया द्वीप की रहने वाली पक्षी है, इसीलिए इसे गिनी फाउल कहा जाता है। 

 

गिनी फाउल पक्षी को कम लागत में अच्छा मुनाफा देने वाला पक्षी माना जाता है, क्योंकि इसके पालन और देखरेख में काफी कम खर्च आता है। छोटे किसान भी इसका पालन करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इसके लिए अलग से बड़ा बनाने की जरूरत भी नहीं पड़ती है। वहीं इसके खान-पान में भी कुछ खास खर्च नहीं आता है। 

 

तो आइए, इस ब्लॉग में आज गिनी फाउल पालन (fowl farming) के बारे में विस्तार से जानें। 

 

गिनी फाउल पालन की विशेषताएं 

  • गिनी फाउल के पालन में सामान्य मुर्गी से 60 से 70 प्रतिशत कम खर्च आता है।
  • गिनी फाउल पक्षी को धूप, सर्दी और बारिश का कोई असर नहीं पड़ता है।
  • यह पक्षी बहुत ही कम बीमार पड़ती है। 
  • इसके अंडे 15 से 20 दिन में भी खराब नहीं होते। 
  • गिनी फाउल अप्रैल से अक्टूबर तक अंडे देती है। 
  • गिनी फाउल 90 से 100 अंडे तक देती है।
  • इसलिए इनके खाने का खर्च भी कम आता है। 
  • इसके अंडे सामान्य मुर्गी से दो से ढाई गुना ज्यादा मोटे होते हैं। 
  • यही कारण है कि ये आसानी से टूटते नहीं हैं। 
  • बाजार में गिनी फाउल पक्षी के अंडे 17 से 20 रुपए तक बिक जाते हैं। 
 

गिनी फाउल पालन कैसे करें

अगर आपको मुर्गी पालन का अनुभव है तो आप इसे बड़े स्तर पर भी पालन कर सकते हैं अन्यथा 50 से 100 चूजों से ही गिनी फाउल पालन (fowl farming) की शुरुआत करें। 

 

आप गिनी फाउल पालन (fowl farming) का प्रशिक्षण या फिर चूजे लेना चाहते हैं तो आप केंद्रीय पक्षी अनुंसधान संस्थान बरेली से संपर्क कर सकते हैं।

 

पता- केन्द्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान, बरेली, उत्तर प्रदेश (Central Avian Research Institute) 

Phone Numbers: 91-581-2303223; 2300204; 2301220; 2310023

 

गिनी फाउल पालन में लागत और कमाई

गिनी फाउल पालन (guinea fowl farming) अन्य पक्षियों की तुलना में लागत कम और मुनाफा ज्यादा होती है। आपको बता दें, बिहार के कई ऐसे किसान हैं जो गिनी फाउल पालन से प्रतिवर्ष 8 से 10 लाख रुपए कमा रहे हैं। यदि आप 1000 गिनी का पालन करते हैं तो इसमें 5 से 10 हजार रुपए का खर्च आता है। जिन किसान के पास जमीन कम है तो गिनी फाउल पालन (guinea fowl farming) करके अच्छी आमदनी कमा सकते हैं। इन पक्षियों को आप बैकयार्ड, आंगन या खेतों में भी चराकर पाल सकते हैं। 

 

ये तो थी, गिनी फाउल पालन (guinea fowl farming) की बात। ऐसे ही पशुपालन संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी के लिए हमारा पशुपालन ब्लॉग अवश्य पढ़ें।

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