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Sahjan ki kheti: सहजन की खेती कैसे करें? यहां जानें

सहजन की खेती आपके लिए बहुत ही बेहतर कृषि व्यवसाय है। इससे आप कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। तो आइए जानें, सहजन की खेती कैसे करें?

Sahjan ki kheti: अगर आप घर बैठे अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो सहजन की खेती आपके लिए बहुत ही अच्छा कृषि व्यवसाय है। आजकल लोग सहजन की खेती (Sahjan ki kheti) पर अधिक फोकस कर रहे हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि बाजार में इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है।

सहजन के औषधीय गुण (medicinal properties of drumstick)

सहजन (drumstick) का पौधा औषधीय गुणों से भरपूर होता है। सहजन में भरपूर मात्रा में रेशा होता है जो पेट और मधुमेह जैसे गंभीर बीमारियों में काफी लाभदायक होता है। इसके पत्ते से लेकर फल तक किसी ना किसी बीमारी में काम आती है। 

सहजन के औषधीय गुण (medicinal properties of drumstick)

आयुर्वेद में सहजन (drumstick) का दवा कहा गया है इसमें 92 तरह के मल्टी विटामिन्स, 46 प्रकार के एंटी ऑक्सीडेंट, 36 तरह के दर्द निवारक और 18 तरह के एमिनो एसिड पाया जाता है। इसकी पत्तियां दुधारू पशुओं का दूध बढ़ाने और उन्हें कुपोषण तथा खून की कमी से बचाती हैं। 

एक तरह से देखा जाए तो यह एक मेडिसिनल प्लांट है। इसके बीज से तेल भी निकाला जाता है।

सहजन की खेती के लिए मिट्टी और जलवायु

सहजन (drumstick) गर्म जलवायु का पौधा है। इसकी खेती के लिए 25 से 35 सेंटीग्रेड तापमान की जरूरत होती है। दक्षिण भारत में इसकी खूब होती है। विश्व में सहजन की खेती (Drumstick Farming) में भारत का पहला स्थान है। 

सहजन की खेती (Sahjan ki kheti) के लिए जीवांशयुक्त दोमट मिट्टी की जरूरत होती है। हालांकि इसकी खेती किसी भी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। मिट्टी का पीएचमान 6.5 से 8.5 के बीच होना चाहिए। सहजन (drumstick) के लिए बहुत अधिक सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है। इसके लिए आप 15-20 दिनों में एक बार सिंचाई कर सकते हैं। 

सहजन की रोपाई और खेत की तैयारी

  • सहजन की पौधों की रोपाई से पहले खेत की अच्छी तरह से जुताई कर लें। 
  • इसके पौधों को आप कलम और बीज दोनों विधि से लगा सकते हैं। 
  • पौधों की रोपाई बारिश के समय में करें, इससे पौधों को ज्यादा सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ती है। 
  • पौधों की रोपाई गढ्ढे में करें 
  • रोपाई के पहले गढ्ढों में गोबर की खाद या वर्मीकंपोस्ट अवश्य डालें। 

सहजन की उन्नत किस्में 

सहजन की उन्नत किस्मों में रोहित-1, कोयम्बटूर-2, PKM-1, PKM-2, ज्योति-1 प्रमुख हैं। 

सहजन की खेती में लागत और कमाई

सहजन की खेती (Sahjan ki kheti) में लागत बहुत ही कम आती है। प्रतिहेक्टेयर 50 से 70 हजार रुपए की खर्च आ सकता है जिससे आपको 2 से 3 लाख की आमदनी मिल जाएगी।

यही कारण है कि किसानों का रूझान सहजन की खेती की ओर बढ़ रहा है। 

ये तो थी, सहजन की खेती (Sahjan ki kheti) की जानकारी। ऐसे ही खेती-किसानी संबंधित जानकारी के लिए द रूरल इंडिया वेबसाइट विजिट करें।

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