मालाबार नीम की खेती की संपूर्ण जानकारी | malabar neem ki kheti
कम समय में मालाबार नीम की खेती से अधिक मुनाफा होता है। मालाबार के पौधे तेजी से बढ़ते हैं। इसकी खेती से आप 5 एकड़ में 50 लाख तक कमा सकते हैं।
malabar neem farming in hindi: नीम एक औषधीय और मूल्यवान वृक्ष के रूप में जाना जाता है। नीम हमारे शरीर को बाहरी और आंतरिक दोनों रूप से फायदे पहुंचाता है। इतना ही नहीं, भारत के कई क्षेत्रों में नीम के वृक्ष की पूजा भी की जाती है। नीम की कई किस्मों में मालाबार नीम (malabar neem) नकदी फसलों में शामिल है।
मालाबार का पेड़ तेजी से विकास के लिए जाना जाता है। हमारे देश में कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, आदि राज्यों में मालाबार नीम की खेती (malabar neem ki kheti) बड़े पैमाने पर की जा रही है। इसका उपयोग प्लाइवुड इंडस्ट्री में किया जाता है। इसके अलावा इसकी लकड़ी का उपयोग पैकिंग, भवन निर्माण, पेंसिल बनाने में, माचिस की डिब्बी के निर्माण में, कृषि उपकरणों एवं संगीत वाद्य यंत्र के निर्माण में भी किया जाता है।
इसकी खेती की तो पौधों की तेजी से विकास के कारण मालाबार नीम की खेती से अधिक मुनाफा होता है। इसकी खेती आप 5 एकड़ में करके 8 सालों में 50 से 60 लाख रुपये तक आसानी से कमा सकते हैं।
तो आइए द रुरल इंडिया के इस लेख में मालाबार नीम की खेती (malabar neem ki kheti) के बारे में विस्तार जानें।
मालाबार नीम की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु और मिट्टी
मालाबार नीम (malabar neem) उष्णकटिबंधीय जलवायु का पौधा होने के कारण इसे गर्म एवं ठंडी दोनों जलवायु में लगाया जा सकता है। मालाबार नीम को 30 से 45 डिग्री सेंटीग्रेड तक के तापमान पर उगाया जा सकता है। परन्तु इसकी खेती के लिए उपयुक्त तापमान 15 से 45 डिग्री सेंटीग्रेड होता है।
मालाबार नीम की खेती (malabar neem ki kheti) के लिए जैविक तत्वों से भरपूर उपजाऊ रेतीली दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। इसकी खेती के लिए लैटराइट लाल मिट्टी भी उपयुक्त होती है। अम्लीय भूमि का पी.एच. मान 5 से कम नहीं होना चाहिए। जबकि क्षारीय भूमि के लिए पी.एच. मान 10 से अधिक नहीं होना चाहिए।
मालाबार नीम की खेती के लिए समय
मार्च-अप्रैल के दौरान बीज बोना सबसे अच्छा होता है। पौधों की रोपाई बरसात आने के बाद अवश्य कर दें।
मालाबार नीम की खेती के लिए पौधे की रोपाई
- मालाबार नीम की खेती के लिए साफ और सूखे बीज का चयन करें।
- कलम द्वारा बिजाई के लिए 12-13 महीने की आयु वाले पौधों से कलमों को तैयार कर लें।
- बीज के बीच की दूरी 5 मीटर होनी चाहिए।
- एक गड्ढे में केवल एक बीज की बुवाई करें।
- गड्ढे की लम्बाई, चौड़ाई और ऊंचाई 45 सेंटीमीटर रखें।
- प्रति एकड़ भूमि में 1,200 पेड़ लगाए जा सकते हैं।
मालाबार नीम की खेती का सही तरीका
- इसकी खेती नर्सरी तैयार करके एवं मुख्य खेत में बीज की रोपाई के द्वारा की जाती है।
- इसकी खेती के लिए सबसे पहले खेत में एक बार गहरी जुताई करें।
- इसके बाद 2 से 3 बार हल्की जुताई कर के खेत की मिट्टी को समतल एवं भुरभुरी बना लें।
- पौधों के अच्छे विकास के लिए खेत में गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट का उपयोग करें।
- मुख्य खेत में बीज की बुवाई या नर्सरी में तैयार किए गए पौधों की रोपाई के लिए गड्ढा तैयार करें।
- सभी गड्ढों के बीच 5 से 8 मीटर की दूरी रखें।
- सभी गड्ढों में 1 बीज की रोपाई या नर्सरी में तैयार किए गए पौधों की रोपाई करें।
सिंचाई एवं खरपतवार नियंत्रण
- बुआई के तुरंत बाद हल्की सिंचाई करें।
- पौधों को अधिक सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है।
- वर्षा के मौसम में सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है।
- पौधों में हर 10 से 15 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करें।
- खरपतवार पर नियंत्रण के लिए कुछ समय के अंतराल पर निराई-गुड़ाई करें।
पौधों की कटाई
- पौधों की रोपाई के 2 साल के अंदर पौधे 40 फीट तक लंबे हो जाते हैं।
- सिंचित क्षेत्रों में 5 वर्ष के बाद वृक्षों की कटाई की जा सकती है।
ये तो थी, मालाबार नीम की खेती (malabar neem ki kheti in hindi) की जानकारी। यदि आप इसी तरह कृषि, मशीनीकरण, सरकारी योजना, बिजनेस आइडिया और ग्रामीण विकास की जानकारी चाहते हैं तो इस वेबसाइट की अन्य लेख जरूर पढ़ें और दूसरों को भी पढ़ने के लिए शेयर करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न- मालाबार नीम का पौधा कितने दिन में तैयार हो जाता है?
उत्तर- मालाबार नीम की बीज से पौधा तैयार करने में 30 से 45 दिनों का समय लग जाता है।
प्रश्न- मालाबार नीम की खेती कैसे की जाती है?
उत्तर- मालाबार नीम की खेती के लिए सबसे पहले गढ्ढों की खुदाई करके पौधारोपण किया जाता है। उचित उर्वरक और सिंचाई प्रबंधन से नीम की बढ़वार अच्छी होती है।
प्रश्न- मालाबार नीम का बीज कहाँ मिलेगा?
उत्तर- मालाबार नीम का बीज राजकीय नर्सरी और कृषि विज्ञान केंद्रों से मिल सकता है। आजकल यह बीज आपको ऑनलाइन भी मिल जाएगा।
प्रश्न- मालाबार नीम को बढ़ने में कितना समय लगता है?
उत्तर- मालाबार नीम को बढ़ने में 5 से 10 वर्ष का समय लग जाता है। हालांकि यह पौधों के सिंचाई और उर्वरक प्रबंधन पर भी निर्भर करता है।