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बटन मशरूम की खेती कैसे करें? यहां जानें | button mushroom farming in hindi

बटन मशरूम मांसल और आकार में टोपीनुमा होता है। इस मशरूम की मांग बाजार में सबसे अधिक होती है। कुल मशरूम का 80% हिस्सा बटन मशरूम की खेती का है।

बटन मशरूम की खेती कैसे करें

button mushroom farming: आजकल मशरूम (mushroom) की बहुत डिमांड है। मशरूम खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है। प्रकृति में हजारों तरह की मशरूम पाया जाता है। लेकिन सभी प्रकार के मशरूम खाने योग्य नहीं होते हैं। इन मशरूमों में बटन मशरूम उत्पादन और आय की दृष्टि से काफी आगे है। बटन मशरूम की खेती (button mushroom ki kheti) भारत के कई राज्यों में होता है। 

तो आइए, द रुरल इंडिया के इस लेख में हम बटन मशरूम की खेती (button mushroom ki kheti) को विस्तार से जानें। 

मशरूम उत्पादन (mushroom farming) कैसे किसानों के लिए एक बेहतर विकल्प है। मशरूम की खेती (mushroom ki kheti) करने के लिए किसानों को खेत की जरूरत नहीं होती है। जिन किसानों के पास खेत नहीं है वे मशरूम की खेती कर आसानी से जीविकोपार्जन कर सकते हैं।

इस लेख में आप जानेंगे-

  • बटन मशरूम की खेती कैसे करें(button mushroom ki kheti kaise karen)
  • बटन मशरूम की आवश्यक जलवायु 
  • button mushroom ki kheti के तरीके 

सबसे पहले बटन मशरूम की खेती (button mushroom ki kheti) पर एक नजर डाल लेते हैं। 

बटन मशरूम मांसल और आकार में टोपीनुमा होता है। इस मशरूम की मांग बाजार में सबसे अधिक होती है। बटन मशरूम की खेती (Button mushroom ki kheti) भारत में सबसे ज्यादा की जाती है। एक अनुमान के अनुसार भारत में कुल मशरूम की खेती का 80% हिस्सा बटन मशरूम की खेती का है। उत्पादन की दृष्टि से बटन मशरूम का विश्व में प्रथम स्थान है।

बटन मशरूम के लिए आवश्यक जलवायु

किसी भी प्रकार की मशरूम उत्पादन के लिए ठंडी जलवायु ही उपयुक्त होती है। बटन मशरूम रबी के सीजन में उगाया
जाता है। इसके अक्टूबर से फरवरी का समय अनुकूल होता है।

बटन मशरूम के लिए 2225 सेंटीग्रेड तापमान और 80-85 प्रतिशत नमी की जरूरत होती है।

बटन मशरूम उगाने की तैयारी

बटन मशरूम उगाने के लिए कंपोस्ट खाद की जरूरत होती है। इसके लिए आप धान की पुआल या गेहूं के भूसे की उपयोग कर सकते हैं।

कम्पोस्ट बनाने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाला नया भूसा का ही प्रयोग करें। धान की पराली अथवा गेहूं के भूसे के स्थान पर सरसों का भूसा भी प्रयोग कर सकते हैं, लेकिन सरसों के भूसे के साथ मुर्गी खाद(बीट) का प्रयोग अवश्य करें।

अच्छी गुणवत्ता वाली कंपोस्ट बनाने के लिए इसमें कैल्शियम अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग करें। कम्पोस्ट में नाइट्रोजन की मात्रा लगभग 1.5-2.5 प्रतिशत होनी चाहिए।

कंपोस्ट बनाने की विधि

कम्पोस्ट बनाने की समय सर्वप्रथम भूसे को पक्के फर्श पर अथवा किसी साफ स्थान पर लगभग एक फीट मोटी तह के रूप में फैलाकर दो दिन तक पानी से अच्छी तरह से गीला करें। भूसे में पर्याप्त मात्रा में नमी होगी तभी मशरूम के बीजों का अंकुरण होगा।

4-5 किलोग्राम मशरूम की बीज के लिए कम्पोस्ट में निम्नलिखित सामाग्रियों की जरूरत होती है। 

1

गेहूँ का भूसा

300 किलोग्राम

2

कैल्शियम अमोनियम नाइट्रेट

9 किलोग्राम

3

यूरिया

4.5 किलोग्राम

4

म्यूरेट ऑफ पोटाश

3 किलोग्राम

5

सुफर फास्फेट

3 किलोग्राम

6

गेहूँ का चोकर

15 किलोग्राम

7

जिप्सम

20 किलोग्राम

बटन मशरूम की बीजाई कैसे करें

बटन मशरूम के बीज को किसी भरोसेमंद दुकान से ही खरीदना चाहिए। बीज बहुत पुराना नहीं होनी चाहिए। यदि की मात्रा की बात करें तो बीज कंपोस्ट खाद की वजन से 2 से 2.5 प्रतिशत ही होनी चाहिए। 100 किलो कंपोस्ट के 2 किलो बीज पर्याप्त होता है।

बीज को कंपोस्ट के ऊपर एक समान रूप से फैला दें, और इसके ऊपर कंपोस्ट की 2 से 3 सेंटीमीटर की मोटी परत चढ़ा दें।

मशरूम की फसल की देखभाल कैसे करें

मशरूम की फसल की देखभाल की खास जरूरत होती है। मशरूम की फसल को हमेशा कमरे में ही करें। कमरा ऐसा होना चाहिए जहाँ रोशनी और हवा आने की पर्याप्त और समुचित व्यवस्था हो।

यदि प्रकाश कमरे में नहीं आ रही हो तो बल्ब लगा दें। समय-समय पर कंपोस्ट की नमी भी जाँचते रहे। नमी की मात्रा कभी कम नहीं होनी चाहिए अन्यथा फसल सूख सकती है। सुबह-शाम कुछ देर के लिए दरवाजे और खिड़कियाँ खोल दें।

फसल की कटाई

जब फसल कटाने योग्य हो जाए तो मशरूम को सावधानीपूर्वक तोड़ लें। फसल की कटाई के लिए किसी औजार का प्रयोग नहीं करें इसके मशरूम में इंफेक्शन होने का खतरा रहता है।

फसल की कटाई के बाद इसे आप बाजार तक पहुँचाने तक ठंडे स्थान का प्रयोग करें। यदि बाजार आपके घर से दूर है तो मशरूम को 5-8 सेंटीग्रेड पर भंडारित कर सकते हैं। अधिक समय तक भंडारण करने के लिए मशरूम को 15 प्रतिशत नमक के घोल में रखा जा सकता है।

बटन मशरूम की खेती में कमाई और लागत

किसान साथियों यह प्रश्न सबके मन में और सबसे पहले आता है कि बटन मशरूम की खेती (button mushroom ki kheti) में कितना लागत और कमाई होती है। तो आपको बता दें, बटन मशरूम उत्पादन में अन्य खेती की तुलना बेहतर कमाई हो जाती है।

एक किलो ग्राम उत्पादन में किसानों को 25-30 रूपए की खर्च आता है जबकि 40-50 रूपए तक कमाई हो जाती है।

आपको बता दें, पिछले कुछ वर्षों में मशरूम की खेती (mushroom ki kheti) की तरफ तेजी से रूझान बढ़ा है, मशरूम की खेती बेहतर आमदनी का जरिया बन सकता है।

अब तो आप समझ ही गए होंगे, मशरूम की खेती एक आकर्षक व्यवसाय है। जिसमें बटन मशरूम की खेती (mushroom farming) एक अच्छा विकल्प है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न- बटन मशरूम कितने दिन में तैयार होता है?

उत्तर- बटन मशरूम 75 से 90 दिन में तैयार हो जाता है। 

प्रश्न- आप घर पर बटन मशरूम फार्म कैसे शुरू करते हैं?

उत्तर- बटन मशरूम की खेती के लिए झोपड़ीनुमा कमरे की जगह की जरूरत है। इसके लिए कमरे की तापमान 22-25 सेंटीग्रेड और 80-85 प्रतिशत नमी की जरूरत होती है।

प्रश्न- बटन मशरूम की खेती कैसे शुरू करें?

उत्तर- बटन मशरूम की खेती के लिए सबसे पहले ऐसी जगह का चुनाव करें जहां का तापमान 20 से 25 डिग्रीसेंटीग्रेड से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसके बाद बीजों की बुआई के लिए बेड का निर्माण करें। बेड के लिए आप सूखी घास या भूसे का उपयोग कर सकते हैं। 

प्रश्न- मशरूम का बीज कहाँ से मिलेगा?

उत्तर- मशरूम का बीज आप राजकीय बीज भंडार, कृषि विज्ञान केंद्र, मशरूम अनुसंधान केंद्र सोलन (हिमाचल प्रदेश), कृषि विश्वविद्यालय या किसी प्राइवेट बीज भंडार में मिल जाएगा। 

प्रश्न- बटन मशरूम का रेट क्या है?

उत्तर- बटन मशरूम का रेट 300 से 400 रुपए प्रतिकिलोग्राम है। 

यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे जरूर शेयर करें। इससे अन्य किसान जो मशरूम की खेती (mushroom farming) करना चाहते हैं, वे भी इसकी जानकारी ले सकें।

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