कृषि

भारत में पाई जाने वाली मिट्टी और उसके प्रकार | types of soil in India

भारत विविधताओं का देश है। हमारे देश में मिट्टी भी कई प्रकार की पाई जाती है। मिट्टी (Soil) के कारण यहां फसलों में भी विविधता पाई जाती है।

भारत में पाई जाने वाली मिट्टी और उनमें होने वाली प्रमुख फसलें

Types of soil in India in hindi: भारत विविधताओं का देश है। हमारे देश में मिट्टी भी कई प्रकार की पाई जाती है। मिट्टी (Soil) के कारण यहां फसलों में भी विविधता पाई जाती है। जैसे- महाराष्ट्र में काली मिट्टी पाई जाती है, तो वहीं उत्तर प्रदेश में जलोढ़ मिट्टी की अधिकता होती है। 

तो आइए, द रुरल इंडिया के इस ब्लॉग में भारत में पाई जाने वाली मिट्टी के प्रकार (types of soil in India) को करीब से जानें।

आज हम आपको यहां ऐसी ही कुछ मिट्टी (Soil) के बारे में बताने जा रहे है जिन्हें जानकर आप अपने क्षेत्र की मिट्टी के अनुसार फसल का चुनाव कर सकें। इससे किसानों को लाभ तो मिलेगा ही और साथ ही देश की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी जिससे देश उन्नति की ओर बढ़ेगा। 

तो आइए सबसे पहले जानते हैं मिट्टी (Soil) किसे कहते हैं। 

मिट्टी क्या है?

पृथ्वी के उपरी सतह जिस पर फसल उगाई जाती है, मिट्टी कहते हैं। मिट्टी में कई तरह के पदार्थ पाए जाते हैं। इसमें कार्बनिक और अकार्बनिक पदार्थ से लेकर जैविक वातावरण व खनिज पाए जाते हैं।

मिट्टी(Soil) क्यों ज़रूरी है

हमारे जीवन में जिस प्रकार से पानी का महत्व है, उसी तरह मिट्टी भी बेहद जरूरी है। क्योंकि किसानों की खेती का भविष्य अच्छी मिट्टी पर टिका होता है। 

आम भाषा में कहें तो जितनी अच्छी मिट्टी उतनी ही अच्छी फसलें। यहां तक की वातावरण भी मिट्टी पर ही निर्भर है।

मिट्टी में इतने तत्व शामिल है जो फसलों के लिए बेहद ही फायदेमंद साबित होते हैं।  क्योंकि भारत एक कृषि प्रधान देश है। हमारे देश की मिट्टी में कई तरह की फसलें उगाई जाती है। भारत में जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक फसलों में विविधता देखने को मिलती है।

भारत में पाई जाने वाली मिट्टी और उनमें होने वाली प्रमुख फसलें

तो आइए अब जानते हैं, भारत में पाई जाने वाली मिट्टी के प्रकार (types of soil in India in hindi) और उनमें उगाई जाने वाली फसलें (Crops)।

मिट्टी के प्रकार (Types of soil)

हमारे देश में मुख्यतः 6 प्रकार की  मिट्टी पाई जाती है।

1. जलोढ़ मिट्टी

2. काली मिट्टी

3. लाल मिट्टी

4. पर्वतीय मिट्टी

5. लैटराइट मिट्टी

6. बलुई मिट्टी

1. जलोढ़ मिट्टी (Alluvium Soil)

जलोढ़ मिट्टी नदियों द्वारा अपने मार्ग में जमा की गई मिट्टी होती है। यह मिट्टी दो प्रकार की होती है। 

  1. खादर मिट्टी
  2. बांगर मिट्टी

इसे दोमट मिट्टी (loamy soil) भी कहते हैं। दोमट मिट्टी में उपजाऊपन सबसे अधिक होता है। इसमें लगभग 40% सिल्ट, 20% चिकनी मिट्टी तथा शेष 40% बालू होता है। दोमट मिट्टी अपने कुल भार का 50% पानी रोकने की क्षमता रखती है। इस मिट्टी में पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होती है।

अगर हम क्षेत्रफल की दृष्टि से देखें तो जलोढ़ मिट्टी भारत में सबसे अधिक क्षेत्रों में पाई जाती है। भारत में लगभग 35 से 40 प्रतिशत भाग में यह मिट्टी मिलती है।

अधिकतर किसान भी अपनी फसलों के लिए इसी मिट्टी पर निर्भर रहते है। क्योंकि इसमें उपजाऊ क्षमता अधिक होती है।

जलोढ़ मिट्टी में उगाई जाने वाली फसलें

धान, गेहूं, चावल, बाजरा, चना, सरसों, मक्का, मूंगफली तथा तिलहनो के अलावा फलों व सब्जियों के लिए भी जलोढ़ मिट्टी का इस्तेमाल किया जाता है।

जलोढ़ मिट्टी के क्षेत्र

उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और गुजरात।

2. काली मिट्टी (Black Soil)

इस मिट्टी को रेगुर मिट्टी के नाम से भी जाना जाता है। इस मिट्टी का रंग काला होता है। आपको बता दें, इस मिट्टी का निर्माण बेसाल्ट चट्टानों के टूटने-फूटने से हुआ है। इस मिट्टी में आयरन, चूना, एल्युमीनियम जीवांश और मैग्नीशियम अधिकता होती है। इस मिट्टी का काला रंग हमें इसलिए दिखाई देता है, क्योंकि इसमें टिटेनीफेरस मैग्नेटाइट और जीवांश मिला होता है।

काली मिट्टी में उगाई जाने वाली फसलें

कपास, गेहूं, जौ, गन्ना, अलसी, तंबाकू तथा तिलहन आदि।

काली मिट्टी के क्षेत्र

महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश 

3. लाल मिट्टी (Res Soil)

यह मिट्टी जलवायु परिवर्तन की वजह से रवेदार और मेटामॉर्फिक चट्टानों के टूटने से यह मिट्टी बनती है। जिन क्षेत्रों में लाल मिट्टी पाई जाती है वहां पर वर्षा अधिक होती है। जिसके कारण उसका रंग पीला दिखाई देता है। इस मिट्टी में लोहे की मात्रा अधिक पाई जाती है।

लाल मिट्टी में उगाई जाने वाली फसलें

गेहूं, बाजरा, मक्का, चावल, गन्ना, मूंगफली आदि 

लाल मिट्टी के क्षेत्र 

झारखंड, ओडिशा, तमिलनाडु, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक के साथ इस मिट्टी को नागालैंड व राजस्थान के अरावली क्षेत्र में भी आपको देखने को मिलती है।

Types of soil in India : भारत में पाई जाने वाली मिट्टी

4. पर्वतीय मिट्टी (mountain soil)

इस मिट्टी में कंकड़ और पत्थर अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए यह मिट्टी आपको भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में अधिक देखने को मिलेगी। पर्वतीय मिट्टी में पोटाश और फास्फोरस जैसे पोषक तत्वों की कमी होती है। लेकिन इसमें प्रकृति अम्लीय की मात्रा देखने को मिलती है।

पर्वतीय मिट्टी में उगाई जाने वाली फसलें

चाय, कॉफी, मसालों तथा औषधीय गुणों वाले पौधों के अलावा यह आलू और कुछ चुनिंदा फलों की उपज के लिए किसानों के लिए एक बेहतर विकल्प है।  

पर्वतीय मिट्टी के क्षेत्र

हिमालयी क्षेत्र, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, असम तथा जम्मू-कश्मीर में पर्वतीय मिट्टी आपको आसानी से देखने को मिलती हैं। 

5. लैटराइट मिट्टी (laterite soil)

लैटराइट मिट्टी पहाड़ियों पर आपको देखने को मिलेगी। क्योंकि इसका निर्माण वहीं पर होता है। जलवायु में नमी और सूखापन इस मिट्टी के लिए अहम भूमिका निभाते हैं। यह मिट्टी गीली होने पर नमी और सूखने पर सख्त दिखाई देती है।

लैटराइट मिट्टी में उगाई जाने वाली फसलें

रागी, चावल, रबर, गन्ना, नारियल, चाय व कॉफी तथा काजू आदि के लिए यह लैटराइट मिट्टी अच्छी मानी जाती है।  

लैटराइट मिट्टी के क्षेत्र

पश्चिमी घाट, केरल, कर्नाटक, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, बिहार मेघालय और तमिलनाडु।

6. बलुई मिट्टी (loamy soil)

बलुई मिट्टी खेती करने के लिए योग्य नहीं मानी जाती है। क्योंकि यह मिट्टी काफी सूखी होती है। इसमें रेत की अधिक मात्रा पाई जाती है।

बलुई मिट्टी में उगाई जाने वाली फसलें

सूखी मिट्टी में कुछ ही फसलों को उगाया जा सकता है। जैसे कि गेहूं, बाजरा, जौ और मक्का आदि। 

बलुई मिट्टी के क्षेत्र

राजस्थान,गुजरात, हरियाणा और पंजाब। 

ये तो थी, भारत में पाई जाने वाली मिट्टी (Types of soil in India) और उनमें होने वाली प्रमुख फसलों की बात। लेकिन, The Rural India पर आपको कृषि एवं मशीनीकरण, सरकारी योजना और ग्रामीण विकास जैसे मुद्दों पर भी कई महत्वपूर्ण ब्लॉग्स मिलेंगे, जिनको पढ़कर अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं और दूसरों को भी इन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न- भारत में पाई जाने वाली मिट्टी कौन कौन सी है?

उत्तर- भारत में पाई जाने वाली मिट्टी जलोढ़ मिट्टी, पहाड़ी मिट्टी, रेगिस्तानी मिट्टी, लाल मिट्टी, काली मिट्टी, लेटराइट मिट्टी और पीट मिट्टी, लवणीय और क्षारीय मिट्टी प्रमुख हैं। 

प्रश्न- मिट्टी के 6 प्रकार कौन से हैं?

उत्तर- 1. जलोढ़ मिट्टी, 2. काली मिट्टी, 3. लाल मिट्टी,4. पर्वतीय मिट्टी, 5. लैटराइट मिट्टी और 6. बलुई मिट्टी।

प्रश्न- भारत में सबसे ज्यादा पाई जाने वाली मिट्टी क्या है?

उत्तर- भारत में सबसे ज्यादा पाई जाने वाली मिट्टी में जलोढ़ मिट्टी, लाल मिट्टी, काली मिट्टी, लैटेराइट मिट्टी प्रमुख हैं। 

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