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गोबर से टाइल्स बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें, यहां जानें

आज भी गांव में घर, आंगन की लिपाई गौ माता की गोबर (cow dung) से की जाती है। प्राचीन काल में पूजा स्थल की लिपाई गाय की गोबर से ही किया जाता था।

Cow dung business: सदियों से हमारे देश में गाय को गौमाता के रूप में पूजनीय है। गाय के दूध से कई प्रकार के व्यंजन बनाई जाती है।

गाय का गोबर (cow dung) हमारे खेत की मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाती है। गाय के गोबर के फायदे को वैज्ञानिक प्रमाण भी मिल चुका है। मौजूदा समय में गोबर का इस्तेमाल कई कामों में लिया जा रहा है। इनमें मुख्य रूप से अब घर की सजावट के कई प्रकार के उत्पाद और वस्तुएं तैयार की जा रही हैं। 

आज भी गांव में घर, आंगन की लिपाई गौ माता की गोबर (cow dung) से की जाती है। प्राचीन काल में पूजा स्थल की लिपाई गाय की गोबर से ही किया जाता था। देशी गाय के गोबर से, लकड़ी, कंडे, धुप, हवन सामग्री, खाद, गुलाल, मूर्तियां, गमले, टाइल्स, जैसी अलग-अलग सामग्रियां बनाई जाती हैं। इसके साथ ही गोबर की चप्पल, सूटकेस, घड़ियां, पेंटिंग्स भी शामिल है। 

आज हम इस ब्लॉग में गोबर से बने टाइल्स बिजनेस (cow dung business) के बारे में बता रहे हैं। 

सबसे पहले गाय के गोबर से बने टाइल्स के फायदे को जान लेते हैं। 

गाय के गोबर से बने टाइल्स के फायदे

गाय के गोबर से बने टाइल्स के फायदे (Benefits of cow dung titles)

  • गाय के गोबर से बना टाइल्स (cow dung titles) पूरी तरह से जैविक होता है।
  • टाइल्स दिखने में काफी खूबसूरत और मनमोहक होती हैं। 
  • गोबर से बनी टाइल्स से कमरे का तापमान 5 से 6 डिग्री तक कम हो जाता है।
  • इस व्यवसाय को ग्रामीण क्षेत्र में आसानी से शुरू किया जा सकता है। 
  • गोबर (cow dung) से निर्मित टाइल्स से घर बनाकर लोग शहरों में भी गांव जैसे मिट्टी के घरों का आनंद उठा सकते हैं। 
  • गाय का गोबर घर के साथ-साथ वातावरण को भी शुद्ध कर प्रदूषण कम करता है।
  • गोबर की टाइल्स बनाने के लिए आवश्यक सामाग्री

    • गोबर का सूखा चूरा 
    • नील गिरी के पत्ते 
    • चूना पाउडर 
    • लकड़ी का बुरादा 
    • चंदन पाउडर 
    • कमल के पत्ते 
    • गाय के गोबर टाइल्स बनाने की विधि (Making process of cow dung titles)

      • सबसे पहले गाय के गोबर (cow dung) को 2-3 दिनों तक धूप में अच्छे से सूखा लें। 
      • सूखे हुए गोबर को मशीन की सहायता से चूरा बना लें।
      • चूरा तैयार होने के बाद इसमें अब चूना पाउडर, कमल के पत्ते, नील गिरी के पत्ते और चंदन पाउडर को अच्छे से मिला लें। 
      • मिश्रण के बाद पेस्ट तैयार कर लें।
      • अभी इस पेस्ट को टाइल या ईंट बनाने वाले सांचे में डाल दें।
      • कुछ दिनों के लिए छाएं में सूखने के लिए छोड़ दें।  
      • जिसके बाद टाइल बनकर तैयार हो जाएगा। 
      • गोबर की टाइल्स बिजनेस को शुरू करने में लागत और कमाई (cow dung titles business profit)

        गोबर से टाइल्स बनाने के बिजनेस (cow dung titles business) के लिए टाइल्स बनाने वाली मशीन की आपको जरूरत पड़ेगी। इसके लिए 1 लाख रुपए तक की लागत आ सकती है। इसके अलावा आपको गोबर और श्रम की जरूरत पड़ेगी। यदि आप छोटे स्तर पर गोबर की टाइल्स बिजनेस (cow dung titles business) की शुरूआत करते हैं, तो आपके प्रति माह 50 हजार से लेकर 1 लाख रुपए का मुनाफा हो सकता है। इसके बाद आप बाजार मांग के हिसाब से अपनी आमदनी दोगुनी कर सकते हैं।

        ये तो थी, गाय के गोबर से बने टाइल्स बिजनेस (cow dung titles business) की बात। ऐसे ही खेती-किसानी और बिजनेस आइडिया की जानकारी के लिए द रूरल इंडिया वेबसाइट विजिट करें।

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