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Ajola Ki Kheti: अजोला की खेती कैसे करें? यहां जानें

अजोला (azola) पानी में पैदा होने वाले छोटे पत्तों की शैवाल है, जिसे ‘फर्न’ भी कहते हैं। अजोला को धान की खेती के साथ, तालाब में उगाया जाता है।

Ajola Ki Kheti: मनुष्यों के साथ-साथ पशुओं को भी सुपाच्य भोजन की ज़रूरत होती है। सुपाच्य भोजन से पशुओं को प्रचुर मात्रा में प्रोटीन और आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और उनको ग्रोथ करने में मदद मिलती है। 

ऐसा ही एक हरा चारा और सुपाच्य पोषक आहार अजोला (Azola) है। जिसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, खनिज लवण, अमीनो एसिड और बायोएक्टिव पदार्थ भरपूर मात्रा में होते हैं।

लेकिन भारत के अधिकतर हिस्सों में गर्मियों के दिनों में हरे चारे की किल्ल्त रहती है। अजोला की खेती (Ajola Ki Kheti) पशुओं के लिए हरे चारे का एक उत्तम विकल्प है।

तो आइए, द रुरल इंडिया के लेख में जानें- अजोला क्या है? और अजोला की खेती कैसे करें?

अजोला क्या है? (What is Azolla?)

अजोला (azola) पानी में पैदा होने वाले छोटे पत्तों की शैवाल है, जिसे ‘फर्न’ भी कहते हैं। अजोला को धान की खेती के साथ, तालाब एवं पानी के अन्य जगहों में उगाया जाता है।

आपको बता दें, यह बहुत ही तेजी से बढ़ने वाला हरा चारा है। इसका इस्तेमाल हरे खाद के रूप में भी होता है। अजोला का उपयोग दुधारी पशुओं के चारे के अलावा मछली पालन और मुर्गी पालन में भी किया जाता है।

अजोला की खेती कैसे करें? (How to Azolla Farming)

  • अजोला की खेती (Ajola Ki Kheti) के लिए छायादार जगह पर 2 मीटर लम्बा, 2 मीटर चौड़ा और 30 सेंटीमीटर गहरा गड्ढा खोद लें। 
  • अब जमीन को बराबर कर ईंटो को बिछाकर टैंक बना लें। अब इस गड्ढे को पॉलीथिन शीट से कवर कर वाटरप्रूफ बना लें। 
  • इस टैंक में 15 से 20 किलोग्राम साफ-सुथरी मिट्टी फैला दें। गड्ढे में 15 से 20 किलोग्राम छानी हुई मिट्टी के साथ 30 ग्राम सिंगल सुपर फास्फेट को 10 लीटर पानी में घोलकर मिट्टी में डाल दें। 
  • अब गड्ढे में 7 से 10 सेंटीमीटर ऊपर तक पानी भर दें। इसके बाद 1 किलोग्राम अजोला कल्चर को पानी के गड्ढे में डाल दें। 10 से 15 दिन के बाद अजोला तेजी से बढ़ते हुए पानी के ऊपर मोटी चटाई के रूप में फैला हुआ दिखेगा। 
  • इस गड्ढे से प्रतिदिन 1-2 किलोग्राम अजोला को छलनी से निकाल सकते हैं। 
  • इसको साफ पानी से धोने के बाद पशुओं को खिला दें। 
  • 6 महीने में एक बार टंकी को अच्छे से साफ कर, फिर से अजोला कल्चर (Azolla Culture) डालें।

अजोला के फायदे (Benefits of Azolla)

अजोला (azolla) से किसानों को दोहरा फायदा होता है। किसान इसकी खेती कर अच्छी दाम पर बेचकर अपनी आमदनी बढ़ा सकते है। इसके साथ ही इसे अपने दुधारू पशुओं को खिलाकर उनकी दूध देने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं।  

  • अजोला को खिलाने से पशुओं में दूध की मात्रा बढ़ती है। 
  • पशुओं के लिए अजोला (azola) एक पोषक आहार है। 
  • इससे पशुओं की रोगप्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। 
  • इसे खिलाने से पशुओं में प्रजनन शक्ति भी बढ़ती है। 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न- अजोला घास की खेती कैसे करें?

उत्तर- अजोला घास की खेती के लिए सबसे पहले आपको तालाब, नदी या जल जमाव वाली खेत की व्यवस्था करनी होगी क्योंकि अजोला की खेती पानी में ही होती है। 

प्रश्न- अजोला की कीमत क्या है?

उत्तर- अजोला की कीमत 10 रुपए से लेकर 50 रुपए प्रति किलो तक होती है।

प्रश्न- अजोला की खेती क्या है?

उत्तर- अजोला एक प्रकार की जलीय घास है। इसका उपयोग पशुओं के लिए हरे चारे और जैविक खाद के रूप में किया जाता है।

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