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Paddy nursery: धान की खेती के लिए नर्सरी प्रबंधन

धान की खेती की शुरुआत मई से ही हो जाती है। क्योंकि किसान मानसून से पहले ही धान की नर्सरी (paddy nursery) की तैयारी शुरू कर देते हैं। 

paddy nursery (धान की नर्सरी कैसे तैयार करें): धान (paddy) भारत की प्रमुख फसल है। धान उत्पादन में चीन के बाद भारत का दूसरा स्थान है। बासमती धान की बात करें, तो भारत बासमती धान का सबसे बड़ा निर्यातक है। 

भारत में धान की खेती पं. बंगाल, उड़ीसा, बिहार, असम, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश आदि राज्यों में होता है। धान की खेती (dhan ki kheti) के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है। यही कारण है कि धान की खेती समुद्र के तटवर्ती इलाकों में अधिक होती है। 

धान की खेती की शुरुआत मई से ही हो जाती है। क्योंकि किसान मानसून से पहले ही धान की नर्सरी (paddy nursery) की तैयारी शुरू कर देते हैं। 

धान की अधिक उत्पादन के लिए किसानों को खेत की तैयारी से लेकर फसल उत्पादन तक कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसमें सबसे पहले धान की नर्सरी तैयार करने की जरूरत होती है। 

इन दिनों ज्यादातर किसान धान की खेती के लिए नर्सरी की तैयार कर रहे हैं। ऐसे में सबसे जरूरी है कि धान की नर्सरी कैसे तैयार करें?

किसान भाइयों, द रुरल इंडिया के इस लेख में जानें- धान की नर्सरी कैसे तैयार करें?

तो आइए जानें, धान की नर्सरी तैयार करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखें-

धान की खेती के लिए नर्सरी प्रबंधन

  • धान की नर्सरी (paddy nursery) मई के अंतिम सप्ताह या जून के दूसरे सप्ताह तक जरूर कर दें।
  • जिस खेत में धान की नर्सरी करनी हो उस खेत पर गोबर की खाद को या कम्पोस्ट खाद बिछा दें।
  • धान की नर्सरी बेड पर पानी का जलभराव न होने दें। 
  • एक हेक्टेयर खेत के लिए 800-1000 वर्ग मीटर का स्थान नर्सरी के लिए पर्याप्त है।
  • बीज जनित रोगों से बचाव के बीजों का उपचार जरूर करें।
  • इसके लिए फफूंदीनाशक जैसे- केप्टान, थायरम या कार्बेंडाजिम में से किसी एक दवा से 20 से 30 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज के हिसाब से उपचारित करें।
  • छिड़काव करने से 24 घंटे पहले बीज को पानी में भिगोकर 36 घंटे तक ढेर बनाकर रखें। 
  • नर्सरी में खरपतवार दिखाई दें तो उन्हें तुरंत निकाल कर नष्ट कर दें।
  • नर्सरी में लगने वाले कीटों से बचाव के लिए 1.25 लीटर क्लोरोपाइरोफास 20 EC प्रति हेक्टेयर का छिड़काव करें।
  • रोपाई के समय पौध निकाल कर पौधों की जड़ों को पानी में डुबोकर रखें। 
  • पौध को क्यारियों से निकालने के दिन ही रोपाई करें। 

धान की नर्सरी से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न- धान की नर्सरी की तैयारी कैसे करें?

उत्तर- धान की नर्सरी की तैयारी के लिए सबसे पहले खेत की 2-3 बार गहरी जुताई कर लें। इसके बाद खरपतवार को अच्छी तरह से हटाकर बेड बना लें। बेड पर धान की बीजों की बुआई बीज संशोधन करने के बाद ही करें। बुआई के बाद हल्की सिंचाई कर दें। 

प्रश्न- एक एकड़ धान की रोपाई करने के लिए कितने क्षेत्रफल में नर्सरी लगानी चाहिए?

उत्तर- एक एकड़ धान की रोपाई करने के लिए 15X15 वर्गमीटर क्षेत्रफल की जरूरत पड़ेगी। 

प्रश्न- धान के बीज की बुआई कैसे करें?

उत्तर- धान की बीज की बुआई हमेशा बेड बनाकर ही करें। बुआई करने से पहले धान की बीज को संशोधित कर लें। 

प्रश्न- धान के 1 हेक्टेयर क्षेत्र में रोपाई के लिए नर्सरी के कितने क्षेत्र की आवश्यकता होती है?

उत्तर- धान के 1 हेक्टेयर क्षेत्र में रोपाई के लिए नर्सरी के लिए 20X25 वर्गमीटर क्षेत्रफल की आवश्यकता होती है। 

प्रश्न- धान की नर्सरी कितने प्रकार की होती है?

उत्तर- धान की नर्सरी 2 प्रकार की होती है। 1. सूखी विधि की नर्सरी, 2. गीली विधि की नर्सरी।

प्रश्न- एक एकड़ में धान का कितना बीज लगता है?

उत्तर- एक एकड़ धान की खेती के लिए 30-40 किलो धान का बीज लगता है। 

 

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