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Barbari goat: बरबरी बकरी पालन की जानकारी

आज हम द रूरल इंडिया के इस ब्लॉग में बरबरी बकरी की पहचान और इससे जुड़ी जानकारियां (barbari goat price and identification) दे रहे हैं।  

barbari goat farming: आज के युवा किसान बकरी पालन (bakari palan) करके लाखों रुपए कमा रहे हैं। पहले बकरी पालन का व्यवसाय छोटे और गरीब किसान तक सीमित था लेकिन अब इसे व्यवसायिक रूप से बड़े किसान और व्यवसायी भी कर रहे हैं।

आज के समय में बकरियों की कई नस्लें उपलब्ध हैं जो अच्छा मुनाफा देती है। इन्हीं उन्नत नस्लों में बरबरी बकरी (barbari goat) है। इस प्रजातियां की बकरी किसानों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो रही है। 

आज हम द रूरल इंडिया के इस ब्लॉग में बरबरी बकरी की पहचान और इससे जुड़ी जानकारियां (barbari goat price and identification) दे रहे हैं।  

 

बरबरी बकरी पर एक नज़र

नस्ल 

बरबरी (barbari goat)

मूल स्थान

सोमालिया में स्थित  बरबेरा शहर

नस्ल की मुख्य विशेषता

अन्य बकरियों की तुलना में अधिक चुस्त और फुर्तीला

बकरी की मुख्य पहचान

गठीला शरीर, सफेद भूरे रंग के साथ सफेद रंग के धब्बे

बकरी पालन का क्षेत्र

पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश बिहार और पाकिस्तान, सिंध और पंजाब  

बरबरी बकरी की कीमत

5 हजार से 18 हजार रुपए तक

 

बरबरी बकरी की उत्पत्ति और मूल स्थान 

बरबरी बकरी की उत्पत्ति का मूल स्थान बरबेरा शहर है। जो हिंद महासागर के तटीय क्षेत्र सोमालिया में आता है। बरबरी बकरी की पालन की बात करें तो यह पाकिस्तान, सोमालिया, अफगानिस्तान, बंग्लादेश, भारत में पाई जाती है।

भारत में बरबरी बकरी का पालन पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में की जाती है।

 

बरबरी बकरी की पहचान (barbari goat identification)

  • बरबरी बकरी मध्यम कद की होती है।
  • इसका शरीर गठीला और शरीर पर छोटे-छोटे बाल होते हैं।
  • इसके शरीर पर सफेद रंग के साथ भूरे और सुनहरे रंग का धब्बा होता है।
  • इस नस्ल में किसी-किसी बकरे की दाढ़ी भी होती है।
  • बरबरी बकरी की नाक बहुत छोटी और कान खड़े होते हैं।
 

बरबरी बकरी की विशेषताएं (barbari goat)

  • बरबरी बकरी लगभग 10 से 11 महीने में बच्चे देने के लिए तैयार हो जाती है।
  • इस बकरी के दूध और मांस दोनों ही अच्छे होते हैं।
  • बरबरी बकरी को किसी भी जगह पर आसानी से पाला जा सकता है।
  • इस प्रजाति के मादा का वजन 20 से 30 किलोग्राम होता है। 
  • वहीं नर का वजन 40 से 45 किलोग्राम होता है।
  • इन बकरियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अन्य की बकरियों से अधिक होता है।
  • बरबरी बकरी या रोजाना लगभग एक से डेढ़ लीटर दूध देती है।
  • बकरियां साल में दो बार बच्चे देती है।
  • बरबरी बकरियां 1 साल में दो से 5 बच्चे देती है।
 

 बरबरी बकरी पालन कैसे करें (barbari goat farming guide)

  • बरबरी बकरी को किसी भी जगह पर आसानी से पाला जा सकता है।
  • सबसे पहले आपको इसके आवास की व्यवस्था करना होगा। 
  • आवास में बिजली, पानी, हवा की उचित व्यवस्था होनी चाहिए।
  • सबसे बड़ी बात यह है कि इसे चराने का कोई झंझट नहीं होता है।
  • चाहे तो अपने घर में या खेत में इस बकरी को आसानी से पाल सकते हैं।
  • इस नस्ल की बकरी को किसी खास जलवायु की आवश्यकता नहीं होती है।
  • बकरी पालन में आहार की उचित व्यवस्था रखें। 
  • साथ ही बकरियां का टीकाकरण समय-समय पर कराते रहें। 
  • इसके लिए पशु चिकित्सक से सलाह अवश्य लें। 
 

बरबरी बकरी की कीमत (barbari goat price)

आजकल बरबरी बकरी के डिमांड बाजार में अधिक है। बरबरी बकरी के मांस और दूध की मांग बाजार में अधिक होने के वजह से भी बरबरी बकरियों का पालन अधिक किया जाता है। बरबरी बकरी की कीमत की बात करें तो एक स्वस्थ बकरे की कीमत लगभग 8 से 10 हजार के बीच होती है। 

 

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