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Aam ki kheti: आम की खेती कैसे करें? विषेशज्ञ से जानें

दुनियाभर में आम की खेती (aam ki kheti) सबसे अधिक भारत में होती है। यहां की आमों का विदेशों में भारी डिमांड है।

aam ki kheti kaise kare: फलों का राजा आम जितना खाने में स्वादिष्ट लगता है उतना ही इससे कमाई भी होती है। आम (Mango) एक ऐसा फल है, जिसे कच्चे और पक्के दोनों रूप में उपयोग किया जाता है। इससे आप न केवल मीठे फल बल्कि अचार, खटाई और आइसक्रीम बनाकर बेच सकते हैं। 

गौरतलब है कि दुनियाभर में आम की खेती (aam ki kheti) सबसे अधिक भारत में होती है। यहां की आमों का विदेशों में भारी डिमांड है।

हमारे देश में आम की हजारों किस्में है। आम की खेती हमारे देश में लगभग सभी राज्यों में होती है। आप अपने क्षेत्र की जलवायु के अनुसार आम की खेती (aam ki kheti) करके लाखों रुपये कमा सकते हैं। आम की खेती किसानों के लिए मुनाफे की खेती है। 

तो आइए, The Rural India के इस लेख में जानें- आम की खेती (Mango farming in Hindi).

आम की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु

आम की बागवानी (aam ki bagwani) के लिए समशीतोष्ण जलवायु काफी उपयुक्त होती है।  इसके फलों को पकने के लिए गर्मी की जरूरत होती है। आम की खेती के लिए अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस से 27 डिग्री सेल्सियस तक की होनी चाहिए।

आम की बाग लगाने के लिए जुलाई से सितंबर तक का महीना उपयुक्त माना जाता है। पौधा लगाने के लिए उचित तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से 22 डिग्री सेल्सियस होता है ।

आम की खेती के लिए उपयोगी मिट्टी

आम की खेती (mango farming) के लिए जलोढ़ या दोमट मिट्टी काफी अच्छी मानी जाती है। आम की बागवानी (aam ki bagwani) के लिए मिट्टी का पीएचमान 6.5-7.5 के बीच होनी चाहिए। इसके लिए आप मिट्टी की जांच जरूर करा लें। बलुई, ढालू, पथरीली, क्षारीय और जल भराव वाली ज़मीन में आम की खेती नहीं करें। जिस मिट्टी की उर्वराशक्ति अच्छी हो वहां आप आम की बागवानी (aam ki bagwani) कर सकते हैं।

आम की खेती के लिए पौधों का चुनाव

आम की खेती (mango farming) करने के लिए सबसे पहले सही पौधों का चुनाव करें। उन्नत किस्म के पौधे आपको जिले के कृषि विज्ञान केंद्र से मिल जाएंगे। वहां के पौधे ज्यादा अच्छे होते हैं। अच्छे पौधे होंगे तो अच्छे पैदावार भी होंगे और मुनाफा भी अच्छा होगा। इसके अलावा उद्यान विभाग के नर्सरी से भी पौधे ले सकते हैं। 

Mango farming : आम की खेती

पौधा लगाने की विधि

  • सबसे जिस जगह पर आम की बागवानी (mango farming) करना चाहते हैं वहां पर हर 2.5 फीट की दूरी पर गड्ढा खोद लें।
  • गड्ढे की लंबाई,चौड़ाई और गहराई डेढ़ फीट होना चाहिए।
  • उन गड्ढों में सड़े हुए गोबर से बना खाद को डाल दीजिए।
  • उसके बाद मिट्टी और कीटनाशक पाउडर उस गड्ढे में डालकर उस गड्ढे को अच्छे से बराबर कर लें। 
  • यह काम आपको पौधा लगाने से 30 दिन पहले करना है।
  • 30 दिन बाद उस गड्ढे को खोज ले और पौधों की जड़ को गड्ढे में डालकर अच्छे से मिट्टी भर दे। मिट्टी भरने के बाद मिट्टी को चारों तरफ से दबा दें ताकि हवा अंदर ना जा सके। अन्यथा आम का पौधा सड़ने लगता है।
  • जब पौधों फ्लावरिंग आने लगे उस वक्त बाजार में उपलब्ध अच्छे इंसेक्टिसाइड का इस्तेमाल करें। जिससे आम की बौर (फूलों) को कीड़े मकोड़े से बचाया जा सके।

आम की खेती में सिंचाई प्रबंधन

  • आम का पौधा लगाने के बाद हर 10 से 15 दिनों के बीच में 1 साल तक नियमित सिंचाई करें।
  • दूसरे साल से यह सिंचाई 15 से 30 दिनों के अंतराल पर करें।
  • आम की बागवानी के लिए टपक सिंचाई विधि ज्यादा उपयुक्त माना जाता है। 

आम की खेती में खाद एवं उर्वरक प्रबंधन

  • अगर आप किसी भी तरह की बागवानी या खेती करते हैं तो अच्छी उपज के लिए अच्छी देखभाल की जरूरत होती है। आपको परंपरागत नहीं बल्कि वैज्ञानिक तरीका अपनाना होगा।
  • इसके लिए आप पौधे लगाते समय ही गढ्ढों में गोबर या कंपोस्ट खाद उपयुक्त मात्रा में मिला लें। 
  • आम की बौर(फूल) आते समय पोषक तत्वों का जरूर प्रयोग करें। 

आम की बागवानी में लागत और मुनाफा

आम की बागवानी में अपार संभावनाएं है। इससे किसान आम की बागवानी (aam ki kheti) के साथ-साथ बाग में अदरक, हल्दी, अरूई इत्यादि की खेती कर अच्छी आमदनी कमा सकते हैं। लागत की बात करें तो आम की 1 हेक्टेयर बाग लगाने में 1 लाख रुपये का खर्च आता है। जो आपको केवल पहले वर्ष ही करना पड़ता है। इसके बाद आम के फल आने के समय उर्वरक, खाद और दवाओं पर खर्च करना होगा। 

आम की एक हेक्टेयर बाग से आप प्रतिवर्ष 2-3 लाख रुपये आसानी से कमा सकते हैं। इसके अलावा बाग में खेती कर 50 हजार से 1 लाख रुपये तक की आमदनी कर सकते हैं।

आम की बागवानी (aam ki bagwani) से आप कई तरह से पैसे कमा सकते हैं। 

जैसे- 

  • आम का अचार बनाकर
  • पके हुए आम को मंडियों में बेचकर
  • आम की नर्सरी तैयार कर
  • आइसक्रीम या डिशेज बनाकर
  • आम की खटाई, आमचूर आदि बनाकर आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। 

आम की उन्नत किस्में

भारत में आम के हजारों किस्में हैं लेकिन सबका इस्तेमाल व्यापार के लिए नहीं किया जाता है। कुछ ऐसे आम है जिनका इस्तेमाल व्यापार के लिए किया जाता है क्योंकि उनसे काफी अच्छी उपज होती है। 

जैसे:

  • दशहरी
  • बॉम्बे ग्रीन
  • हिमसागर
  • चौसा
  • तोतापरी
  • लंगड़ा
  • किशनभोग
  • सुवर्णरेखा

आम की कुछ नई किस्म में भी हैं।

जैसे- मल्लिका, अम्रपाली, अंबिका, गौरव, राजीव और सौरव इत्यादि।

आम की खेती में ध्यान रखने योग्य बातें 

  • अगर किसान भाई आम की सघन बागवानी करते है तो आम के पौधों की ग्राफ्टिंग अक्टूबर-नवंबर में जरूर करें। 
  • इस खेती मे किसान को फूल आने से लेकर फल बनने तक विशेष ध्यान रखना होता है।
  • आम के बागों मे फूल आने के समय से एक सप्ताह पहले बगीचे मे कीटनाशक, रस चूसक दवा छिड़काव जरूर करें।
  • फूलों के आने से पहले आम के बागानों की साफ-सफाई रखे, पेड़ों के नीचे से खरपतवार को हटा दें। जैसे कई बार पेड़ के आस-पास बहुत घास जम जाता है तो उन्हें हटा दें।
  • जब आप फलों की तुड़ाई करें तो फलों पर चोट या खरोंच ना लगे क्योंकि इसका सीधा प्रभाव आम के भाव पर पड़ता है फलों को 1 सेमी. डंठल के साथ तोड़ें। 
 

आम की खेती पर जानें एक्सपर्ट की राय

Mango farming : आम की खेती

ये तो थी, आम की खेती कैसे करें (aam ki kheti kaise kare) की बात। लेकिन, The Rural India पर आपको कृषि एवं मशीनीकरण, सरकारी योजना और ग्रामीण विकास जैसे मुद्दों पर भी कई महत्वपूर्ण ब्लॉग्स मिलेंगे, जिनको पढ़कर अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं।

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