सफल किसान

सफल किसान कैसे बनें, यहां जानें | successful farmer

सफल किसान (Successful Farmer) की चर्चा कम देखने को मिलती है। जबकि आज के परिवेश में एक सफल किसान कैसे बनें? इसकी चर्चा अवश्य होनी चाहिए।

 
सफल किसान कैसे बनें
successful farmer: किसान भाइयों, आप लोग हमेशा यही सुनते आ रहे हैं कि एक सफल इंजीनियर कैसे बनें, एक सफल डॉक्टर कैसे बनें, लेकिन एक सफल किसान कैसे बनें। सफल किसान (How to Become a Smart Farmer) की चर्चा बहुत ही कम देखने को मिलती है। जबकि आज के परिवेश में एक सफल किसान कैसे बनें? इसकी चर्चा अवश्य होनी चाहिए।
 
आज हम इस लेख/ब्लॉग के माध्यम से एक सफल किसान कैसे बनें (How to Become a Smart Farmer), इसकी पूरी जानकारी देंगे जिससे आप एक सफल किसान (successful farmer) बन सकें। 
 
यहां, हम आपको बताएंगे कि आप किस प्रकार से अपनी खेती को एक सफल व्यवसाय में बदल सकते हैं और अपनी आय दुगुनी कर सकें।
 
तो आइए जानें- खेती से अच्छी आमदनी कैसे कमाएं।
 

खेती के साथ करें पशुपालन (do animal husbandry with farming)

किसान भाइयों, पशुपालन का व्यवसाय खेती के साथ-साथ सदियों से चली आ रही है। प्राचीन समय में खेती बिना पशुओं की सहायता से संभव नहीं था। परन्तु जमाना बदल रह है, खेती में मशीनीकरण होने के बाद लोगों का रूझान पशुपालन में कम हो गया है। पशुपालन खेती-किसानी से दूर हो गया है जिससे किसानों की आय में कमी आई है। पशुपालन करने से हमें खेतों को खाद, पीने के दूध, छाछ, दही, घी के साथ-साथ अच्छी आमदनी मिलती थी।
 
वर्तमान समय में पराली को जलाने की समस्या इसलिए है क्योंकि हमारे पास पशु ही नहीं हैं। किसान केवल खेती पर निर्भर हैं। जबकि उनके पास खेती के हिसाब से थोड़े भी पशु हो तो उन्हें चारे के लिए भी भटकना नहीं पड़ता है। उन्हें खेतों से ही हरा चारा प्राप्त हो जाता है और पराली जलाने की समस्या भी नहीं होगी।
 
अतः किसान भाइयों यदि आपको आत्मनिर्भर किसान बनना है तो खेती के साथ पशुपालन जरूर करें। इससे किसानों को खेती के अलावा पशुपालन से भी अच्छी आमदनी हो सकती है। पशुपालन में गाय-भैस या बकरी आप अपनी सुविधा और खेती के अनुसार चुन सकते हैं। 
 
आजकल कई किसान गाय-भैंस पालन के अलावा बकरी पालन, भेड़, बत्तख, मुर्गी पालन कर अच्छी आमदनी कर रहे हैं।
 

सही फसल का चुनाव करें (choose the right crop)

किसान भाइयों, जैसा कि आप भी जानते हैं, जब एक व्यापारी अपना व्यवसाय शुरू करता है तो व्यवसाय शुरू करने से पहले वह काफी सोच-विचार कर व्यापार में कदम रखता है। तो आप क्यूं नहीं कर सकते हैं। आज खेती बाजार की डिमांड के अनुसार करने की आवश्यकता है। जिससे फसल का उचित भाव मिल सके। आप ऐसी ही फसल का चुनाव करें, जिसमें आपको अनुभव हो और फसल बाजार में हाथों-हाथ बिक जाए।
 
हालांकि फसल का चुनाव करना कठिन होता है। सही फसल चुनने से पहले आप क्षेत्र की जलवायु, मिट्टी, बाजार इत्यादि का पूरा ध्यान रखें। इसके लिए आप नजदीकी कृषि विभाग या कृषि विश्वविद्यालों से जरूर संपर्क करें।
 

मल्टीलेयर खेती है फायदे का सौदा (Multilayer farming is a profitable deal)

आजकल किसानों की सबसे बड़ी समस्या है- खेती में लागत ज्यादा और मुनाफा कम। जिसकी वजह से बहुत किसान खेती ही छोड़ देते हैं। भारत में किसानों का एक बड़ा तबका छोटे किसानों का है, जिनके पास 1 हेक्टेयर से भी कम जमीन है। ऐसे में उन्हें कम जमीन पर अपने परिवार का भरण-पोषण करना मुश्क़िल हो जाता है।
 
ऐसे में किसानों के पास एक मात्र विकल्प है- मल्टीलेयर कृषि
 

मल्टीलेयर फार्मिंग क्या है (What is Multilayer Farming)

 
मल्टीलेयर कृषि (Multilayer Farming) का आशय बहुस्तरीय खेती से है जिसमें किसान एक भूमि पर एक से अधिक फसलों का उत्पादन वैज्ञानिक तरीके से करता है, जिसमें उसे एक ही स्थान पर एक से ज्यादा फसल मिल सकें। मल्टीलेयर खेती में एक ही खेत में एक साथ 4-5 फसलों को आसानी से लगाई जा सकती है। इस प्रकार की खेती में किसानों की लागत 3 गुना कम, जबकि मुनाफा 6 से 7 गुना तक बढ़ जाता है।
 

अपनी फसल की खुद करें मार्केटिंग (Marketing your own crop)

हमारे देश में कृषि उत्पाद की बेहतर बाजार की बहुत बड़ी समस्या है। किसान फसल तो पैदा कर लेता है, लेकिन उसकी बेहतर मार्केंटिंग नहीं कर पाता है। जिससे लागत के अनुसार उसकी कमाई नहीं हो पाती है। फसलों का सही दाम नहीं मिलने से किसान खेती से निराश हो जाता है।
 
यदि किसान जैविक खेती करता है तो उनके लिए और भी समस्या हो जाती है। उसे भी अपनी जैविक फसलों का दाम अन्य फसलों की तरह ही मिलता है। इससे वह जैविक खेती छोड़ने पर विचार करने लगता है।
 
इस समस्या का सही हल है कि आप अपने फसलों को बेचना भी सीखें। ऐसा नहीं है कि आपकी फसलों को दाम नहीं मिलेगा। आज बड़े-बड़े शहरों में जैविक फल-सब्जियों की बहुत मांग हैं, क्योंकि वे स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहे होते हैं। जैविक फल-सब्जियों की अच्छा दाम देने को तैयार होते हैं। अतः आप अपने उत्पादों को सीधे उन उपभोक्ताओं तक पहुंचा सकते हैं, जो आपकी उत्पाद की महत्व को समझते हैं। इसके लिए कई कंपनियां किसानों की मदद के लिए भी आगे आ रही हैं जो आपके उत्पाद को सीधे उपभोक्ता तक पहुंचा सकती हैं।
 
लेकिन बेहतर तरीका यही है कि किसानों को अपने खेतों से बाहर निकलकर खुद अपनी फसलों की मार्केटिंग करें। कुछ समय लगेगा, लेकिन एक दिन ऐसा आएगा कि खुद उपभोक्ता आपके उत्पाद को खरीदने के लिए आपके खेतों तक आयेगा।
 

जैविक खेती है बेहतर विकल्प (Organic farming is a better option)

किसान साथियों आपको बताना चाहता हूं कि केवल ज्यादा उत्पादन ही नहीं अपितु अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जैविक खेती आज की जरूरत है। रासायनिक खेती करके किसान अपने खेत को ऊसर और भोजन को विषैला कर रहे हैं। ज्यादा उत्पादन की दौड़ में किसान रासायनिक खेती की ओर भाग रहे हैं, जो ठीक नहीं है। यदि आप जैविक खेती करते हैं, तो आप खुद अपने परिवार को भी विषयुक्त भोजन से बचा सकते हैं।
 
आजकल शहरों में जैविक फल-सब्जियों की मांग बढ़ रहा है, बस जरूऱत है अपने जैविक उत्पाद को प्रचार-प्रसार करने की। आज कई ऐसे किसान हैं जो जैविक खेती कर लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं। क्योंकि उन किसानों ने जैविक उत्पाद की बाजार और इसके महत्व को समझ चुके हैं।
 

आधुनिक खेती के लिए लें प्रशिक्षण (Take training for modern farming)

आज हमारे देश में कृषि अनुसंधान और प्रशिक्षण की भारी कमी है। लोग पढ़-लिखकर कृषि वैज्ञानिक और अधिकारी बनना तो चाहते हैं। लेकिन किसान कोई नहीं बनना चाहता है जो किसानों के साथ कामकर कर उनकी परेशानियों को समझ सकें। देश में अनुसंधान तो हो रहे लेकिन किसानों को इसका पर्याप्त लाभ नहीं मिल पा रहा है।
 
किसानों को भी चाहिए कि आधुनिक खेती के लिए सरकार या कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा आयोजित प्रशिक्षण शिविरों में हिस्सा लें। आपकों बता दें, सरकार आधुनिक खेती, पशुपालन, बागवानी के लिए समय-समय पर किसानों के कृषि पाठशाला का आयोजन करती है। प्रशिक्षण करने के बाद सरकार प्रोत्साहन के लिए कुछ अनुदान भी देती रहती है। इसका लाभ सभी किसानों को उठाना चाहिए। प्रशिक्षण के लिए आप कृषि संस्थाओं, कृषि महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों से से सीधे संपर्क कर सकते हैं।
 
यहां आपको हम कुछ कृषि संबंधित संस्थान और विश्वविद्यालयों की लिस्ट उपलब्ध करा रहे हैं, जहां से आप संपर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
 
 

बागवानी में तलाशें भविष्य (Explore the future in horticulture)

किसान भाइयों, यदि आपको प्रकृति से प्यार है तो बागवानी आपकी शौक और कमाई दोनों को पूरा कर सकता है। बागवानी आपकी बुढ़ापे का सहारा बन सकता है। यदि आप खेती के साथ-साथ बागवानी भी शुरू करते हैं तो बुढ़ापे में भी आप कम मेहनत से लाखों की कमाई कर सकते हैं।
 
शिक्षा और जागरूकता के अभाव में किसान भाई आधुनिक बागवानी नहीं कर पाते हैं। आधुनिक बागवानी करें तो वे कम समय में भी अच्छा उत्पादन ले सकते हैं। इस तरह बागवानी आपकी भविष्य में कमाई का जरिया बन सकता है।
 
किसान भाइयों संक्षेप में कहें तो आपको उपरोक्त उपायों पर गौर करना करना चाहिए। जिससे आप अपना आज और कल दोनों सुरक्षित कर सकते हैं। यदि आप भी इन सभी उपायों को अपने कृषि जीवन में लेकर आएंगे तो खेती भी आपके लिए एक अच्छा व्यवसाय हो सकता है और आप एक सफल किसान (successful farmer)।

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