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Anganwadi bharti 2024: आंगनबाड़ी भर्ती 2024 की जानकारी

द रुरल इंडिया के इस लेख में जानें-आंगनबाड़ी केंद्र क्या है, इसमें काम करने वाले कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया (anganwadi bharti) क्या है?

Anganwadi Recruitment: भारत में आंगनबाड़ी केंद्रों (anganwadi centre) की एक खास पहचान है। बढ़ती जनसंख्या और बच्चों में कुपोषण रोकने में आंगनबाड़ी केंद्रों की मुख्य भूमिका है।

इन केंद्रों पर कुपोषण का शिकार होने वाले बच्चों की भी काफी मदद की है। इन केंद्रों के होने से गर्भवती महिला और उसके बच्चे को संतुलित आहार प्रदान करने में काफी मदद मिली है। इन केंद्रों में समाज के गरीब वर्ग को सबसे अधिक फायदा मिला है।

तो आइए, द रुरल इंडिया के इस लेख में जानें-

आंगनबाड़ी केंद्र क्या है, इसमें काम करने वाले कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया (anganwadi bharti 2024) क्या है? आंगनबाड़ी में संचालित होने वाले सरकारी योजनाएं कौन-कौन सी हैं?

सबसे पहले आंगनबाड़ी केंद्र (anganwadi centre) के बारे में जान लेते हैं। 

आंगनबाड़ी केंद्र क्या हैं?

आंगनबाड़ी भारत में एक प्रकार का चाइल्ड एंड मदर केयर सेंटर है। आंगनबाड़ी केंद्र (AWCs) एकीकृत बाल विकास सेवा (ICDS) योजना का एक हिस्सा हैं, जो केंद्र सरकार की योजना है।

आंगनबाड़ी योजना को भारत में 2 अक्टूबर 1975 को लॉन्च किया गया था। यह भारत सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है जो बच्चों और स्तनपान करवाने वाली माताओं की सेहत पर केंद्रित है। 

आंगनबाड़ी केंद्र (anganwadi centre) बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करते हैं। यह भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का एक हिस्सा है। इन आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण शिक्षा के साथ ही पूर्व-विद्यालय गतिविधियां शामिल हैं। इन केंद्रों में गर्भनिरोधक सलाह भी प्रदान की जाती है। 

इन आंगनबाड़ी केंद्रों का मुख्य उद्देश्य 0-6 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार करना है। इन केंद्रों में बच्चे के उचित मनोवैज्ञानिक, शारीरिक और सामाजिक विकास की नींव रखने का काम किया जाता है। इन केंद्रों में बाल विकास को ध्यान में रखते हुऐ, बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जाता है।

किसी भी गर्भवती स्त्री के पोषण की भी जिम्मेदारी इन केंद्रों पर है। जो भी गर्भवती महिला अपने इलाके के आंगनबाड़ी केंद्र में अपना नाम दर्ज करवाती है, तो उसे सरकार की तरफ से हर महीने मुफ़्त राशन मुहैया करवाया जाता है। 

इसके इलावा आंगनबाड़ी केंद्र (anganwadi centre) पर मुफ्त टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवाओं जैसी कई सुविधाएं मुफ्त मिलती हैं।

आंगनबाड़ी में काम करने वाले कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आम तौर पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय या स्वास्थ्य विभाग या स्वास्थ्य संबंधी (महिला और बाल विकास) परियोजनाओं या देशभर में अनुसंधान परियोजनाओं के तहत नियुक्त किया जाता है।

देश के सभी राज्यों में प्रखंड स्तर पर आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की नियुक्ति अस्थायी (anganwadi bharti 2024) आधार पर की जाती है। इस कार्य में किसी भी आपात स्थिति या स्वास्थ्य से संबंधित असामान्य स्थिति में स्थानीय सहायता के माध्यम से क्षेत्र की महिलाओं और बच्चों को स्थानीय सहायता प्रदान करना भी शामिल है।

देश के ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की भूमिका और जिम्मेदारी बहुत महत्वपूर्ण है। जिम्मेदारियों को निभाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में कुछ आवश्यक कौशल होने चाहिए। उन्हें सरकारी स्वास्थ्य कार्यक्रमों का पर्याप्त ज्ञान होना चाहिए, लोगों को जिन छोटी-छोटी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, उन्हें जानना और उनका पता लगाने में सक्षम होना चाहिए, नागरिकों के साथ बात चीत करने का कौशल होना चाहिए और आपातकाल के समय मदद करने में भी सक्षम होना चाहिए।

आंगनबाड़ी भर्ती के लिए योग्यता

आंगनबाड़ी भर्ती (anganwadi bharti 2024) के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 10वीं पास है। पद के लिए आवेदन करने वाला उम्मीदवार उसी गांव से होना चाहिए जहां वह आवेदन कर रही है और शहरी क्षेत्र में उसी वार्ड से जहां वह आवेदन करना चाहती है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की भर्ती (anganwadi bharti 2024) प्रक्रिया साक्षात्कार के माध्यम से होती है। कम आवेदनों के मामले में, संबंधित संगठन उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग के लिए शैक्षिक रिकॉर्ड के आधार पर उम्मीदवार का चुनाव कर सकती है। पद के लिए आवेदन करने वाला उम्मीदवार उसी गांव से होना चाहिए जहां वह आवेदन कर रही है और शहरी क्षेत्र में उसी वार्ड से जहां वह आवेदन करना चाहती है।

आंगनबाडी कार्यकर्ता का अस्थाई पद होने के कारण नियमित नियुक्तियों की तरह आयु सीमा निर्धारित नहीं है। हालांकि, उम्मीदवारों की अधिकतम आयु 60 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।

आंगनबाड़ी में संचालित होने वाली सरकारी योजनाएं

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY)     

यह केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक बेहतरीन योजना है। इस योजना के तहत गर्भवती महिला को पहले बच्चे को पैदा करने के समय के दौरान आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत सरकार महिलाओं के खाते में पैसे तीन किस्तों में भेजती है। इस योजना को लागू करने का उद्देश्य है की महिला बच्चे को जन्म देने के बाद पूरी तरह से आराम से ले। इस योजना में गर्भवती महिला को 6000 रूपये के राशि प्रदान की जाती है। 

इसमें आवेदन करते समय महिला से उसकी अंतिम महावारी की तारीख पूछी जाती है और इसी के आधार पर मदर चाइल्ड प्रोटेक्शन कार्ड बनाया जाता है।

इस योजना के लिए जरूरी दस्तावेज इस प्रकार हैं-

  • आवेदन फॉर्म 1 A
  • MCP कार्ड की कॉपी
  • पहचान प्रमाण की कॉपी
  • बैंक/डाकघर की पासबुक की कॉपी

जननी सुरक्षा योजना (JSY)

यह एक सुरक्षित शिशु एवं मातृत्व योजना है, जोकि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) के तहत शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य गर्भवती महिला को अस्पताल में बच्चे को जन्म देने के लिए प्रेरित करना है। यह योजना मुख्य रूप से समाज के गरीब तबके के लिए बनाई गई है। 

इस योजना के माध्यम से सरकार नवजात शिशुओं में बढ़ रहे मृत्यु दर को कम करने का उद्देश्य रखती है। इस योजना को 12 अप्रैल, 2005 में प्रधानमंत्री द्वारा सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में लागू किया गया था। यह पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा चलाए जाने वाली योजना है। 

इस योजना में महिला एवं उसके नवजात बच्चे को उचित पोषण देने के लिए आर्थिक मदद दी जाती है। इस योजना को हर घर तक पहुंचाने की जिम्मेवारी सरकार ने आंगनबाड़ियों तथा आशा वर्करों को दे रखी है। इस योजना के अन्तर्गत बच्चा पैदा होने पर महिला को 1400 रूपये की आर्थिक मदद प्रदान की जाती है।

मिशन इंद्रधनुष योजना

मिशन इंद्रधनुष योजना की की शुरुआत वर्ष 2014 में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा द्वारा की गई थी। इस योजना का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए संपूर्ण टीकाकरण प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत गर्भवती महिला के स्वास्थ्य के लिए बनाए गए मदर केयर प्रोटेक्शन कार्ड के आधार पर ही नवजात शिशु को टीकाकरण किया जाता है।

आंगनबाड़ी योजना में शुरुआती रजिस्ट्रेशन इलाके के आंगनबाड़ी केंद्र में किया जाता है। वहां से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता या आशा वर्कर गर्भवती महिला को इलाके के सरकारी अस्पताल तक पहुंचाती है। और रजिस्ट्रेशन का काम देखती हैं। आंगनबाड़ी योजना में सरकार ने नवजात शिशु के लिए सभी जरूरी टीकों को शामिल किया है। इसमें तपेदिक, पोलियो, खसरा, टाइफाइड, चिकन पॉक्स आदि सभी जरूरी टीके उपलब्ध हैं।

ये तो थी, आंगनबाड़ी की भर्ती (anganwadi bharti 2024) और आंगनबाड़ी केंद्र (anganwadi centre) की जानकारी। ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारी के लिए द रूरल इंडिया से जुड़ें रहें।

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