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neem khad: नीम खाद क्या है? यहां जानें

नीम के फल से तेल निकालने के बाद जो अवशेष रह जाता है, उससे नीम केक (Neem Cake) कहते है। यह जैविक खेती में कीटनाशक का काम करता है।

Neem cakes : नीम खाद क्या है,

neem khad benefits in hindi: आयुर्वेद में नीम (Neem) के पेड़ को बहुत ही उपयोगी पेड़ माना गया है। नीम में कई औषधीय गुण होते हैं। नीम कुदरत की एक अमूल्य देन है। यह जितना कड़वा है, उतना ही फायदेमंद भी है। इसके जड़, तने से लेकर पत्तियों में स्वास्थ्य गुणों का खजाना है। इसका उपयोग दवाओं के साथ-साथ किसान भाइयों की फसलों के लिए भी एक वरदान बन कर उभरा है। 

वर्तमान में जैविक खेती के लिए नीम खाद (Neem Cakes) और इससे बने कीटनाशक (insecticide) संजीवनी का काम कर रहे हैं। 

तो आइए इस लेख में नीम खाद (neem khali) के बारे में विस्तार से जानें। इस लेख में आपको नीम खाद (What is Neem Cakes) से जुड़े सभी सवालों के जवाब मिलेंगे। 

सबसे पहले नीम खाद (neem khad) क्या है, इसे जान लेते हैं। 

नीम खाद (neem khali) क्या है?

नीम को वैद्य का दर्जा का दर्जा प्राप्त है, मुनष्यों के लिए औषधि बनाने में नीम की उपयोगिता सर्वमान्य है। ठीक ऐसे ही इसकी खाद भी फसल संरक्षण के लिए बेहद कारगर है। 

नीम के अलग-अलग अंग यानि छाल, टहनियां, पत्तियों और निम्बोली (नीम पर लगने वाला फल) से यह जैविक खाद बनाई जाती है। अधिकतर जैविक खेती (Organic Farming) के समय इस खाद का प्रयोग किया जा रहा है। यही  कारण है कि इसे जैविक खाद और जैविक कीटनाशक भी कहते हैं। 

आपको बता दें, वर्तमान में फसलों को नुकसान से बचाने के लिए किसान नीम से बनी खाद (neem khali) और कीटनाशकों का उपयोग कर रहे हैं। यह खाद और कीटनाशक फसलों की वैसे ही रक्षा करते हैं जैसे मनुष्यों की नीम से बने दवाइयां। 

आसान शब्दों में कहें तो नीम के फल से तेल निकालने के बाद जो अवशेष रह जाता है, उससे नीम केक (Neem Cake) कहते है। इसमें नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश जैसे माइक्रो न्यूट्रीन्ट्स पाये जाते हैं, जो फसलों के लिए बेहद ज़रूरी होते हैं। 

Neem Cakes : नीम खाद क्या है

नीम खाद (neem khad) बनाने की विधि

  • इसका घोल बनाने के लिए 1 किग्रा नीम की पत्तियों, निम्बोली छाल को बारीक पीस लीजिए। यह ठीक किसी चटनी की तरह पिसा होना चाहिए। जिसके बाद इसे कपडे में बांध कर रातभर रख लीजिए। दूसरे दिन निचोड़ कर इसके गुद्दे को खाद के रूप में प्रयोग लें। गुद्दे से निकले रस को 10 लीटर पानी में मिला लीजिए। इसे समयानुसार फसलों पर छिड़काव करते रहें। 
  • इसके अलावा निम्बोली को पीस कर उसमें 5 लीटर वेस्ट डिकम्पोजर सोल्यूशन मिला लें। ढक्कन लगा कर लगभग 25 दिनों के लिए छोड़ दें। तैयार होने के बाद इसमें पानी मिलाकर कई सालों तक प्रयोग में लिया जा सकता है। ध्यान रहे इसे छांव में ही तैयार करना है और छायादार स्थान पर ही रखना है। 
  • आपको बता दें कि खाद जमीन को कड़वा कर उसमें पनपने वाले जीवों को नष्ट का देती है। यह पर्यावरण के लिहाज से तो सुरक्षित है ही साथ ही फसलों में होने वाली बीमारियों से भी बचा जा सकता है। 
  • 5 किग्रा नीम के सूखे बीजों को साफ कर उसके छिलके हो हटाकर नीम की गिरी निकाल लें । इसको पीस कर पाउडर बना लें, इस पाउडर को दस लीटर पानी में डालकर रात भर रखें । इस घोल को सुबह किसी लकड़ी के डंडे से हिलाकर मिलायें तथा महीन कपड़े से छान लें। इस घोल में 100 ग्राम कपड़ा धोने वाला पाउडर मिलाकर फिर 150 से 200 लीटर पानी में मिलाएं । यह एक उपयुक्त कीटनाशी है।
  • ढाई किग्रा. नीम का बुरादा ढाई से तीन किग्रा. लहसुन तथा 250 से 300 ग्राम खाने वाला तम्बाकू इन तीनों का पेस्ट बना लें इस पेस्ट में दो लीटर गोमूत्र या मिट्टी का तेल मिलाकर धान या गेहूँ की फसल पर छिड़काव करें। 

नीम खाद (neem khad) के फायदे (neem khad benefits in hindi)

  • यह बायो-डिग्रेडेबल (प्रकृति को बिना नुकसान पहुंचाए होने वाली क्रिया) है और इसे कई अन्य विभिन्न प्रकार के उर्वरकों के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • यह उर्वरकों की दक्षता को बढ़ाता है। 
  • भारी धातुओं से मुक्त होने के कारण यह फसलों और मिट्टी के लिए बिलकुल सुरक्षित हैं। 
  • फसलों को संतुलित पोषण, विकास और विषरहित। 
  • यह खाद कार्बनिक तत्वों में वृद्धि को बढ़ाती है। 
  • 1 किलो निम्बोली पाउडर प्रति क्विंटल चना और दालों में मिलाकर रखें तो 6 से 12 महीनों तक संग्रहित अनाज की सुरक्षा। 

नीम खाद (neem cake) का ऐसे करें उपयोग 

किसान 150 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर नीम की खाद का प्रयोग एक एकड़ में कर सकतें हैं। खेत में खाद डालने के बाद भूमि की अच्छी प्रकार से जुताई करें, ताकि खाद पूर्ण रूप से भूमि में मिल जाए। किसान नीम के तेल की 300 एमएल मात्रा को 150 लीटर पानी में घोल तैयार कर प्रति एकड़ में छिड़काव कर सकते हैं।

इससे फसलों को हानि पहुंचाने वाले कीड़े मर जाएंगे। इसका तेल 1-2 लीटर की मात्रा प्रति एकड़ छिड़काव करने से काटने, चबाने एवं रस चूसने वाले कीड़े नष्ट हो जाते हैं, कीटों के अंडों से बच्चे भी नहीं निकल पाते।

नीम खाद (neem cake) का उपयोग करते समय रखें इन बातों का ध्यान 

  • छिड़काव प्रातःकाल या देर शाम करने से अच्छे परिणाम मिलेंगे। 
  • सर्दियों में 10 दिन बाद तथा वर्षा ऋतु में दो तीन दिनों में छिड़काव करें।
  • छिड़काव इस प्रकार करें कि पत्तियों के निचले सिरों पर भी नीमकीटनाशी पहुंचे।
  • अधिक गाढ़े घोल की अपेक्षा हल्के घोल का कम दिनों के अन्तराल पर छिड़काव करें।
Neem Cakes : नीम खाद क्या है

नीम कोटेड यूरिया क्या है, जिसकी प्रधानमंत्री कर चुके हैं तारीफ 

नीम कोटेड यूरिया (Neem Coated Urea) को नीम के तेल और यूरिया के दानों के साथ मिलाकर इसे तैयार किया जाता है। यूरिया पर नीम के तेल की एक पतली परत सी चढ़ा दी जाती है। इससे यूरिया की नाइट्रोजन की दक्षता बढ़ जाती है और यह कीटनाशक के रूप में भी बेहतरीन काम करता है।

यह यूरिया सामान्य यूरिया से बहुत ज्यादा ज़्यादा प्रभावी है। यही कारण है कि सरकार भी नीम कोटेड यूरिया के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है।  

नीम कोटेड यूरिया (neem coated urea) के लाभ

  • यह भूमि का उपजाऊपन बरक़रार रखने में सहायक है। 
  • नीम कोटेड यूरिया भूमि के अंदर नाइट्रोजन लेयर नहीं बनने देता। 
  • जबकि रासायनिक खादों से धरती के अंदर एक लेयर बन जाती है, जो फसल को पोषक तत्व नहीं मिलने देती। 
  • नाइट्रोजन निकलने से भूमि की उर्वरक क्षमता बढ़ती है। 
  • कृषि लागत में कमी, किसान आय में वृद्धि।

इन कीटों से बचाती है नीम खाद (neem khad) 

  • दीमक 
  • कटुआ 
  • सफेद गिडार
  • आम की गुजिया
  • टिड्डे 
  • सफ़ेद लट
  • मकड़ी समेत कीटों की 400 प्रजातियों पर असरदार

नीम खाद पर एक्सपर्ट की सलाह

Neem cakes : नीम खाद पर एक्सपर्ट की राय

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