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गैनोडर्मा मशरूम की खेती की संपूर्ण जानकारी | ganoderma mushroom ki kheti

गैनोडर्मा मशरूम की खेती (ganoderma mushroom ki kheti) के लिए ठंडी मौसम उपयुक्त होती है। इसके लिए कमरे का तापमान 22-25 डिग्री तक होना चाहिए।

गैनोडर्मा मशरूम की खेती कैसे करें, यहां जानें पूरी जानकारी

ganoderma mushroom ki kheti: बहुत ही कम लोग गैनोडर्मा मशरूम की खेती (ganoderma mushroom ki kheti) के बारे में जानते हैं। गैनोडर्मा मशरूम कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसका सेवन कमजोरी दूर करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा इसके सेवन से उच्च रक्त चाप एवं एलर्जी जैसे समस्याओं में भी राहत मिलती है। औषधीय गुण के कारण गैनोडर्मा मशरूम (ganoderma mushroom) की मांग बढ़ने लगी है। 

गैनोडर्मा मशरूम की खेती (ganoderma mushroom ki kheti) भारत के उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक की जाती है। इस मशरूम की खेती चीन में भी खूब होती है। अगर आप मशरूम की खेती अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो गैनोडर्मा मशरूम की खेती आपके लिए सबसे अच्छा ऑप्शन है। 

तो आइए, द रूरल इंडिया के इस ब्लॉग में गैनोडर्मा मशरूम की खेती (ganoderma mushroom ki kheti) की पूरी जानकारी जानें। 

इस ब्लॉग में आप जानेंगे-

  • गैनोडर्मा मशरूम की पहचान कैसे करें
  • गनोडरमा मशरूम की खेती कैसे करें
  • उपयुक्त जलवायु व तापमान
  • बिजाई का तरीका
  • तुड़ाई का तरीका
  • इस मशरूम में लगने वाले रोग
  • भंडारण कैसे करें 
  • गैनोडर्मा मशरूम की खेती से आमदनी

गैनोडर्मा मशरूम की पहचान कैसे करें (How to Identify Ganoderma Mushrooms)

  • यह मशरूम अधिक नमी वाले घने जंगलों में पाए जाते हैं।
  • गनोडर्मा मशरुम (ganoderma mushroom) दिखने में चमकदार होते है।
  • इस मशरुम का रंग भूरा व गहरा लाल होता है।
  • ताजा गैनोडर्मा मशरूम गूदेदार होती है।
  • गेनोडर्मा सूखने पर यह कठोर हो जाता है।

गैनोडर्मा मशरूम की खेती कैसे करें (ganoderma mushroom ki kheti kaise karen)

गैनोडर्मा मशरूम की खेती (ganoderma mushroom ki kheti) के लिए आपको बहुत बड़े जगह की जरूरत नहीं होगी आप चाहे तो एक कमरे में मशरूम की खेती कर सकते हैं। जिसके लिए आपको उपयुक्त बीज और कंपोस्ट का चुनाव करना होगा।

गैनोडर्मा मशरूम की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु (Suitable Climate for Ganoderma Mushroom Cultivation)

गैनोडर्मा मशरूम की खेती (ganoderma mushroom ki kheti) के लिए ठंडी मौसम उपयुक्त होता है। इसकी खेती के लिए कमरे का तापमान 22 से 25 डिग्री सेल्सियस तक होना चाहिए। जिससे मशरूम के अच्छे पैदावार मिल सके। बीज के अंकुरण के लिए 30 से 35 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है।

बिजाई का तरीका

20 तैयार होने के बाद बीज को एक तिहाई गेहूं के भूसे या धान के  चोकर से मिला दे। भूसा है जो कमी लाने से पहले 24 घंटे उसे ठंडे पानी में भिगो दें। उसके बाद सारा पानी उसमें से निचोड़ ले और उसमें उपयुक्त कंपोस्ट ऐसे कैलशियम कार्बोनेट मिलाकर एक कमरे में रख दे जहां पर हवा और रोशनी दोनों की ही आवागमन होती रहे।

समय-समय पर नमी की जांच भी करते रहे आप चाहे तो बिजाई के बाद अखबार या पतले कपड़े को भीगा कर उस से ढक सकते हैं जिससे मशरूम में उपयुक्त नमी बनी रहेगी।

तुड़ाई का तरीका

चौड़ाई के लगभग 5 से 6 हफ्ते के बाद मशरूम निकलने की शुरुआत हो जाती है जब उसने से भूरे रंग की टोपी छत्ता दिखने लगे तो आप समझ जाएंगे यह तोड़ने के लिए तैयार हो चुका है। जब मशरूम आप हाथ से घुमाकर तोड़ सकते हैं नहीं तो चाकू से भी काटकर निकाल सकते हैं ध्यान रहे कि चाकू में जंग ना लगी हो।

गैनोडर्मा मशरूम में लगने वाले रोग (Diseases caused by Ganoderma mushroom)

फफूंद रोग किसी भी मशीन में फफूंद रोग का लगना आम बात है अगर मशरूम के किसी बैग में हरिया काली परत दिखाई दे तो समझ जाएगी उस बैग में फफूंद रोग लग चुका है और उसे अन्य सभी प्लास्टिक बैग से दूर हटा दें। 

इसके बाद कैल्शियम कार्बोनेट कीटनाशक का छिड़काव कर दें। कभी-कभी कमरा ठंडा होने की वजह से चीटियां और कीड़े मकोड़े भी लग जाते हैं इसके लिए आप गंधक का छिड़काव भी समय-समय पर करते रहें। ध्यान रहे कि कमरे में उपयुक्त रोशनी और हवा का आवागमन होना चाहिए। और मशरूम के सभी बैग में 3-4 जगह छेद कर दें।

मशरूम का भंडारण कैसे करें

जहां तक भंडारण की बात है तो उड़ाई के 2 दिन तक आप बिना रेफ्रिजरेटर के ऐसे रख सकते हैं लेकिन अगर इससे ज्यादा आपको रखना हो तो आपको रेफ्रिजरेटर का इस्तेमाल करना होगा ध्यान रहे कि यह मशरूम शुरुआत में कोमल और गूदेदार होता है लेकिन सूखने के बाद यह कठोर हो जाता है तो आप चाहे तो इसे सुखाकर भी लंबे समय तक स्टोर कर सकते हैं।

गैनोडर्मा मशरूम की खेती से आमदनी (Income from Ganoderma Mushroom Cultivation)

गैनोडर्मा मशरूम की खेती (ganoderma mushroom ki kheti) में आमदनी में कमी का कोई सवाल ही नहीं उठता क्योंकि यह मशरूम मार्केट में हमेशा 4 हजार से 5 हजार रुपए प्रति किलो बिकता है। इसका उपयोग दवाई बनाने में भी खूब होता है

इस तरह गैनोडर्मा मशरूम (ganoderma mushroom) की एक बार की बुआई में आप लाखों की कमाई कर सकते हैं। 

ये तो थी गैनोडर्मा मशरूम की खेती कैसे करें? (ganoderma mushroom ki kheti kaise karen) की पूरी जानकारी।

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