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DDUGKY: दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना

दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDUGKY) ग्रामीण विकास मंत्रालय का  एक प्लेसमेंट-लिंक्ड कौशल ट्रेनिंग प्रोग्राम है

दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDU-GKY)

dindayal upadhyay grameen kaushalya yojana: जीवन का पहिया चलाने  के लिए हमें रोज़गार की ज़रूरत होती है। और रोज़गार के लिए कौशल होना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को कौशल की ट्रेनिंग देने के लिए केंद्र सरकार ने दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (dindayal upadhyay grameen kaushalya yojana) की शुरुआत की है।

आज के इस ब्लॉग में हम आपको दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना से रूबरू कराएंगे और जानेंगे कि कैसे आप भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं।

 यहां आप जानेंगे

  • दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना क्या है?
  • इस योजना का उद्देश्य क्या है?
  • योजना की विशेषताएं क्या हैं?
  • योजना से किसको लाभ है?
  • योजना के लिए ज़रूरी कागज़ात
  • एक्सपर्ट की राय क्या है?

 

दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना क्या है?

दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (dindayal upadhyay grameen kaushalya yojana) ग्रामीण विकास मंत्रालय (Ministry of Rural Development) का  एक प्लेसमेंट-लिंक्ड कौशल ट्रेनिंग प्रोग्राम है। इसकी शुरुआत 25 सितंबर 2014 को की गई थी। ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण योजना है। 

आपको बता दें, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDU-GKY) राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) का एक हिस्सा है। यह योजना ग्रामीण युवाओं के करियर और रोज़गार में काफी मदद करती है। 

दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना का उद्देश्य

  • रोज़गार के अवसर को बढ़ाने के लिए युवाओं को प्रशिक्षण देना 
  • प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को नौकरी दिलाने में मदद करना 

 DDU-GKY के लिए योग्यता

  • आवेदक की आयु 15 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए
  • ऐसे युवा जो पढ़ाई छोड़ चुके हैं
  • ग्रामीण बेरोज़गार

ट्रेनिंग में मिलने वाला आरक्षण

  • अल्पसंख्यक समूहों के लिए 15%
  • दिव्यांग  लोगों के लिए 3%
  • महिलाओं के लिए 33% 

 

 DDU-GKY की विशेषताएं 

  • यह योजना पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर आधारित है। 
  • इस योजना में अभ्यर्थियों को बेसिक कंप्यूटर और कम्युनिकेशन स्किल सिखाई जाती है। 
  • 6000 रु. के न्यूनतम मासिक वेतन के साथ कम से कम 70% प्रोजेक्ट टारगेट को पूरा करने की कोशिश होता है।
  • नौकरी में बने रहने के लिए प्लेसमेंट के बाद 2-6 महीनों के आधार पर एडवांस सैलरी भी दी जाती है।

दीनदयाल उपाध्याय योजना के प्रमुख कार्य (Functions of Scheme)

  • रोज़गार  के अवसर के बारे में ग्रामीण समुदाय के भीतर जागरूकता बढ़ाना
  • गरीब ग्रामीण युवाओं की पहचान करना
  • रोज़गार  पाने के अवसर ढूंढने वाले ग्रामीण युवाओं को जुटाना
  • योग्यता के आधार पर कौशल  विकसित करने के लिए युवाओं का चयन करना
  • गरीब युवाओं और उनके माता-पिता की काउंसलिंग करना
  • रोज़गार के अवसर के हिसाब से ज्ञान और उद्योग से जुड़े कौशल (Skills) उपलब्ध कराना
  • संगठित क्षेत्र (Organized sector) में नौकरी देना जिनका सत्यापन स्वतंत्र तरीके से किया जा सके 
  • नौकरी में युवाओं को न्यूनतम मज़दूरी  दिलाना
  • नियुक्ति के बाद भी 6 महीने तक निगरानी करना 

DDU-GKY में ऐसे करें आवेदन

अगर आप भी इसका आवेदन करना चाहते है तो आप को कहीं भी इधर उधर भटकने की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट ddugky.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 

ऑफलाइन आवेदन के लिए आप नज़दीकी कौशल विकास केंद्र पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।  

इन सेक्टरों में ले सकते हैं ट्रेनिंग  

  • खुदरा कारोबार 
  • हॉस्पिटैलिटी 
  • स्वास्थ्य 
  • निर्माण 
  • ऑटो इंडस्ट्रीज  
  • चमड़ा उद्योग 
  • इलेक्ट्रिशियन  
  • पाइपलाइन,
  • रत्न और आभूषण

 

दीनदयाल उपाध्याय योजना के लिए आवश्यक कागज़ात

  • पहचान पत्र
  • आधार कार्ड 
  • बीपीएल कार्ड
  • मनरेगा श्रमिक कार्ड
  • अंक पत्र (यदि हो)

 

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