बुआई के 6 महीने बाद ही आने लगते हैं फल, यहां जानें ट्री टोमेटो की खेती

Tree Tomato Farming

ट्री टोमेटो एक खास तरह का फल है जिसे पक जाने पर खाया जाता है।

कई पोषक तत्वों से भरपूर और औषधीय गुण वाले ट्री टोमेटो की खेती से किसान अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं।

ट्री टोमेटो को टमेरिलो कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Cyphomandra Betacea Sendt है। इसके पौधे छोटे और झाड़ीनुमा होते हैं।

ट्री टोमेटो की खेती मुख्य रूप से दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग, चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में की जाती है।

भारत में ट्री टोमेटो की खेती (Tree Tomato Farming) असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और कर्नाटक के पहाड़ी क्षेत्रों में की जाती है।

ट्री टोमेटो की खेती के लिए मिट्टी

ट्री टोमेटो की खेती के लिए उपजाऊ मिट्टी, जिसमें ऑक्सीजन की अच्छी मात्रा हो और जल निकासी की उचित व्यवस्था हो, उपयुक्त होती है।

पौधे लगाने का तरीका

ट्री टोमेटो के पौधे बीज या कलम से लगाए जा सकते हैं। पौधे और पंक्ति के बीच 1.2 से 1.5 मीटर की दूरी रखें।

फल उत्पादन

बुआई के 6 महीने बाद ही इसमें फूल आने लगते हैं और डेढ़ से दो साल में ट्री टोमेटो के पेड़ फल देने लगते हैं।

ट्री टोमेटो की खेती के साथ ही जैम, जेली, अचार, चटनी जैसे उत्पाद बनाकर भी किसान अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं।

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