फसल में कीट लगने से किसानों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। कई बार तो ऐसा होता है कि पूरी फसल बर्बाद हो जाती है।
हाल ही में भारत सरकार ने कई कीटनाशकों पर प्रतिबंध लगाया है। ऐसे में अन्नदाता के पास सवाल रहता है कि खेतों में किन कीटनाशकों का उपयोग करें।
आज हम आपको ऐसे टॉप 5 कीटनाशकों के बारे में बता रहे हैं, जिसका उपयोग करके फसल को कीटों से बचा सकते हैं।
पौधों में आप लार्गो कीटनाशक दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह पौधों पर बैठे इल्ली जैसे कीटों को मारने में काफी कारगर है। लार्गो कीटनाशक का इस्तेमाल कपास, मिर्च और सोयाबीन जैसे फसलों में कर सकते हैं।
इस कीटनाशक दवा का उपयोग आप टमाटर, सोयाबीन, मिर्च, गन्ना और दाल वाली फसलों में लग रहे कीटों के लिए कर सकते हैं। यह दवा कटवर्म, फलीछेदक, डीबीएम और तन्ना छेदक जैसे कीटों को मारने में सक्षम है।
अलिका कीटनाशक दवा चूसने वाले कीटों को खत्म करने में कारगर साबित होती है। ज्यादातर इसका इस्तेमाल उन कीटों पर होता है, जो शाखाओं, पत्तियों, फूलों व फलियों पर लगते हैं।
इसके छिड़काव के कुछ घंटे बाद ही कीट पूरी तरह से सुस्त पड़ जाते हैं। इसका उपयोग फलीछेदक, माहू, मक्खी आदि जैसे कीटों को खत्म करने के लिए किया जाता है।
टाकुमी कीटनाशक का इस्तेमाल धान, गेहूं, पत्ता गोभी, कपास जैसे फसलों में लगने वाले कीटों को खत्म करने के लिए किया जाता है। यह दवा लगभग सभी तरह के कीटों को मारने में कारगर साबित होती है।