आज के आधुनिक दौर में खेती-किसानी सिर्फ गांव तक ही सीमित नहीं है। इन दिनों टेरेस गार्डन का प्रचलन काफी तेजी से बढ़ रहा है।
अब शहर के लोग भी इसके प्रति रुचि दिखा रहे हैं, लेकिन जमीन नहीं होने की वजह से वे अपने घर की छतों पर जरूरत के अनुसार ऑर्गेनिक और शुद्ध सब्जियां उगा रहे हैं।
इससे उनकी जरूरत और शौक दोनों की पूर्ति हो रही है, साथ ही शुद्ध सब्जियां भी मिल रही हैं।
टेरेस गार्डन में पालक, लाल साग और धनिया 35 से 40 दिनों में तैयार हो जाती हैं। सब्जियों का स्वाद भी काफी अच्छा होता है।
इससे पूरे साल सब्जी नहीं खरीदनी पड़ती है। इसी बहाने उन्हें शुद्ध और ऑर्गेनिक सब्जियां भी मिल जाती है और प्रकृति से जुड़े रहने का मौका भी मिल जाता है।
टेरेस गार्डन यानी घर की छत पर बागवानी के लिए आप पुराने गमले या पॉलीबैग का सहारा ले सकते हैं।
आप अपनी छत पर अंगूर, ब्लैकबेरी, ब्लूबेरी, मलबेरी, तेजपत्ता, दालचीनी, जीरा, काली मिर्च, आम, अमरूद, केला, अंगूर, रंग बिरंगे फूल गोभी समेत कई तरह की फसलें लगा सकते हैं।
इन फसलों के अलावा औषधीय फसल, फूल, स्ट्रॉबेरी और ड्रैगन फ्रूट भी लगा सकते हैं।
गर्मियों में पत्तेदार सब्जियों के अलावा भिंडी आदि को आसानी से उगाया जा सकता है।