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तुलसी के 10 फायदे | Tulsi Benefits in Hindi
आयुर्वेद में तुलसी को अमृत तुल्य कहा जाता है और इसे संजीवनी बूटी के समान भी माना गया है। तुलसी औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है।

Tulsi Benefits in Hindi: आयुर्वेद में तुलसी को अमृत तुल्य कहा जाता है और इसे संजीवनी बूटी के समान भी माना गया है। तुलसी औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है। भारतवर्ष में प्राचीन काल से ही तुलसी को पवित्र पौधा माना जाता रहा है। आज भी हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे को घरों के आंगन में लगाकर पूजा-अर्चना किया जाता है। प्राचीन काल से ही इसे कई रोगों के उपचार हेतु प्रयोग में लाया जाता रहा है।
तुलसी के 10 फायदे (Tulsi Benefits in Hindi)
वर्तमान में भी इसकी महत्ता को देखते हुए बाजार में कई कंपनियां तुलसी के पत्तों का अर्क बेचने लगी हैं। वर्तमान समय की भाग-दौड़ व तनाव भरी जिंदगी में तुलसी के पौधों की महत्ता और बढ़ गई है। The Rural India आपको आज इस लेख के माध्यम से तुलसी के पौधे की 10 औषधि गुण व फायदे बता रहे हैं।
1-कैंसर के इलाज के लिए वरदान
तुलसी की छोटी-छोटी पत्तियों में बैक्टेरिया-रोधी गुण उपस्थित होते है, जिससे कैंसर नामक लाईलाज बीमारी से निजात दिलाया जा सकता है। हाल ही में भारत के बंगलुरू स्थित नेशनल सेंटर फार बॉयोलॉजिकल साइन्स के वैज्ञानिकों नें पाया कि श्याम-तुलसी के पत्तों में कैंसर से लड़ने वाले जीन पाये जाता है। तुलसी के पौधे की जिनोम डिकोडिंग से पता चला कि इस पौधे में कैंसर से लड़ने वाली जीन उपस्थित है। तुलसी में पाये जाने वाले यूजेनॉल की मदद से ब्रेस्ट कैंसर रोकने में मदद मिलती है।
2-तुलसी के बीज के फायदे
तुलसी के पत्ते ही नहीं अपितु इसके बीजों के भी आश्चर्यजनक फायदे होते हैं। तुलसी के बीज को पीसकर सुबह-सुबह गर्म दूध के साथ लेने से यौन-दुर्बलता में कमी आती है। इसका प्रयोग नपुसंकता और शीघ्रपतन के इलाज में किया जाता है। इसके बेहतर परिणाम पाने के लिए 5 ग्राम तुलसी के बीज के के साथ 10 ग्राम मूसली और 50 ग्राम मिश्री का प्रयोग प्रतिदिन सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म दूध के साथ कर सकते हैं।
3-दूध में तुलसी के पत्तों को डालकर पीने के फायदे
तुलसी के चार-पांच पत्तो को गर्म दूध में डालकर खाली पेट पीने से धीरे-धीरे किडनी में उपस्थित पथरी समाप्त हो जाती है। इसके अलावा सिर दर्द, माईग्रेन व दिल की बीमारी में इसका सेवन करने से बहुत लाभ मिलता है। तुलसी की पत्तियों में तनाव को कम करने वाला हार्मोन कोर्टिसोल पाया जाता है। तुलसी की मदद से तनाव से छुटकारा पाया जा सकता है। अगर सिर दर्द से काफी परेशान रहते हैं तो तुलसी का रोजाना सेवन करना चाहिए।
4-सांस की बीमारी में तुलसी के फायदे
तुलसी के पत्तों का रस, सोंठ, प्याज का रस और शहद को मिलाकर उसका मिश्रण तैयार कर लें. इस मिश्रण को चाटने से सूखी खांसी और अस्थमा से काफी हद तक राहत मिलती है. बता दें कि तुलसी दमा टीबी में अत्यंत लाभकारी हैं। तुलसी के नियमित सेवन से दमा, (टीबी) नहीं होती हैं क्यूँकि यह बीमारी के जम्मेदार कारक जीवाणु को बढ़ने से रोकती हैं। चरक-संहिता में भी तुलसी को दमा की औषधि बताया गया हैं।
5-तुलसी निखारती है, चेहरे की रंगत
आयुर्वेद के अनुसार तुलसी के तेल को नियमित रुप से चेहरे पर लगाने से चेहरे की रंगत साफ होती है और चेहरे में गज़ब का निखार आता है। तुलसी में भरपूर मात्रा में एंटी-इंफ्लेमेंटरी व एंटी-फंगल गुण मौजूद होते है जो आपकी स्किन से पिंपल्स और स्किन इंफेक्शन की समस्या को दूर करने में मदद करते है, स्किन पर तुलसी के इस्तेमाल से आपको बेहतर ग्लोइंग स्किन मिलेगी। इसे इस्तेमाल करने के लिए तुलसी के कुछ पत्तों को धोकर अब इसमें एक छोटा चम्मच दूध मिलाकर पीस लें और इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और जब ये सूख जाये तो इसे धो ले। ऐसा करने से आपकी पिम्पल्स की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी।
6-जुकाम हो जाता है जड़ से समाप्त
आपने दादी- नानी के नुश्खे में भी पढ़ा होगा कि सर्दी-जुकाम में सबसे पहले तुलसी के पत्तों की काढ़ा पिलाई जाती है। इससे छोटे बच्चों को बार-बार होने वाला सर्दी-जुकाम की समस्या दूर हो जाती है। इससे बच्चों की सर्दी-जुकाम ही नहीं अपितु बुखार, डायरिया, उल्टी, आदि में भी तुलसी की पत्तियों के रस के सेवन से ठीक की जा सकता है।
7-दांत के दर्द को भी करें गायब
जब भी आपके दांतों में दर्द की शिकायत हो तो उसे दूर करने के लिए काली मिर्च और तुलसी के पत्तों की गोली बनाकर दांतों के नीचे रख लें। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में आपके दांतों का दर्द गायब हो जाएगा। इसके अलावा तुलसी में दांतों का पीलापन दूर करने की अद्भूत क्षमता होती है।
8-शुगर और मोटापा का रामबाण इलाज
तुलसी के बीज में प्रचुर मात्रा में फाईबर और ओमेगा फैटिक-एसिड व कई तरह के खनिज-लवण बहुतायत मात्रा में पाया जाता है। इससे पाचन-शक्ति मजबूत होती हैं और डायबटिज और मोटापे जैसी जटिल बिमारियों से छुटकारा पा जा सकता है। इसके अलावा तुलसी के उपयोग से यूरिन में होने वाले इंफेक्शन को भी दूर किया जा सकता है।
9-तुलसी का पानी पीने के फायदे
तुलसी के पौधे के हरे पत्तों को पीसकर पीने से शरीर की टॉक्सिन दूर हो जाती है, अर्थात आपके शरीर से हानिकारक तत्व को बाहर करता है। लगातार इसके उपयोग से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है और आपके पास किसी प्रकार की बिमारियां नहीं आ सकती। चाहें तो आप इसे स्वादिष्ट बनाने के लिए शहद का भी उपयोग कर सकते हैं।
10-गर्भावस्था में तुलसी के फायदे
तुलसी के पत्तों में एंटी फंगल के गुण होते हैं, इसके साथ-साथ इसमें मैंगनिशियम और आयरन पाया जाता है, जिसके कारण
गर्भावस्था के दौरान खून साफ रहता है। इसके सेवन से लाल रक्त कणों में इजाफा होता है और हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है। प्रसव के दौरान और गर्भ में पल रहे बच्चे को भी संक्रमण का भी खतरा भी कम हो जाता है। इसीलिए डॉक्टर भी गर्भवती महिलाओं को थोड़ी मात्रा में प्रतिदिन तुलसी का सेवन करने की सलाह देते हैं। इसके अलावा पीरियड्स में अनियमितता में तुलसी के बीज का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है।
गर्भावस्था के दौरान खून साफ रहता है। इसके सेवन से लाल रक्त कणों में इजाफा होता है और हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है। प्रसव के दौरान और गर्भ में पल रहे बच्चे को भी संक्रमण का भी खतरा भी कम हो जाता है। इसीलिए डॉक्टर भी गर्भवती महिलाओं को थोड़ी मात्रा में प्रतिदिन तुलसी का सेवन करने की सलाह देते हैं। इसके अलावा पीरियड्स में अनियमितता में तुलसी के बीज का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है।
संक्षेप में कहें तो तुलसी हमारे जीवन में रामबाण औषधि का काम करती है। तुलसी के पत्तों में जीवनशैली से जुड़ी सैकड़ों बीमारियों का कारगर इलाज छुपा हुआ है। आयुर्वेद में तुलसी की मदद से कान के सूजन, गठिया के दर्द, हृदय रोग, दिमागी कमजोरी आदि का भी इलाज की जाती है। इसीलिए आयुर्वेद में कहा गया है कि प्रतिदिन तुलसी की कुछ पत्तियों को चबाकर खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
तुलसी के आश्चर्यजनक औषधीय गुणों को देखते हुए आपको भी आज से तुलसी के पत्तों का सेवन शुरू कर देनी चाहिए ताकि आप भी जीवनभर सुखी और नीरोगी बने रहें।