Terrace gardening: छत पर बागवानी कैसे करें? यहां जानें
बढ़ते शहरीकरण के चलते शहरों में ताजी सब्जियों का बेहद अभाव है। ऐसे में शहरों में बागवानी (gardening) तेजी से उभर रहा है।
Terrace gardening in Hindi (छत पर बागवानी): भारत में तेजी से शहरीकरण हो रहा है। बढ़ते शहरीकरण के चलते शहरों में ताजी सब्जियों का बेहद अभाव है। ऐसे में शहरों में बागवानी (gardening) तेजी से उभर रहा है। लोग अपने गार्डेन और छतों पर ही सब्जियां उगाने के तरीके खोज रहे हैं।
शौकिया तौर पर लोग अपने घरों के गमलों में पौधे उगाकर उनसे कुछ महीनों के लिए ढेर सारी सब्जियां उगा लेते हैं। यदि आपको भी खेती में रुचि है और अपने लिए ताजी सब्जियां उगाना चाहते हैं। तो यह ब्लॉग आपके लिए बहुत ही है। यदि आपके घर बड़ा है तो आप छत पर बागवानी (Terrace gardening) से कम लागत में एक अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
तो आइए, द रुरल इंडिया के इस लेख में छत पर बागवानी कैसे करें? (rooftop gardening in hindi) विस्तार से जानें।
इस लेख में आप जानेंगे।
- बागवानी क्या है?
- घर की छत पर क्या-क्या उगा सकते हैं
- छत पर बागवानी कैसे करें?
- हाइड्रोपोनिक्स विधि क्या है
बागवानी क्या है? (what is gardening?)
बागवानी एक कृषि व्यवसाय है। बागवानी के अंतर्गत मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, फूलों और फलों की खेती, चाय बागान इसके अलावा इसमें सब्जियों की खेती आदि की जाती है।
बागवानी शब्द की उत्पत्ति ग्रीक के शब्दों से हुई है, जिसका शाब्दिक अर्थ उद्यान की खेती है।
घर की छत पर क्या-क्या उगा सकते हैं?
छत पर आप आसानी से टमाटर, बैंगन, मिर्च, शिमला मिर्च, पत्ता गोभी, भिंडी, धनिया, अमरूद, अनार, चीकू, सेब, आड़ू, चेरी आदि को कम लागत में उगा सकते हैं। फल-फूल और सब्जियों को आप अपनी घर की छत पर आसानी से उगा सकते है।
छत पर बागवानी करते समय रखें, इन बातों का ध्यान
- किसी भी चीज की बागवानी करते समय उससे जुड़ी सभी जानकारी किसी अनुभवी व्यक्ति से एक बार जरूर राय लें। जिससे आपको काफी फायदा होगा।
- अगर आप बेहतर तकनीक और सही जानकारी से अनुसार अपनी घर की छत पर बागवानी करते हैं, तो आपको इसका बाजार में अच्छा दाम प्राप्त हो सकता है।
- घर की छत पर जैविक तरीके से की गई खेती को ही उत्तम माना जाता है और साथ ही इस खेती के बाजार में अच्छे दाम मिलते हैं।
छत पर बागवानी कैसे करें? (how to do roof gardening?)
- छत पर की जाने वाली बागवानी में रसायन खाद का प्रयोग नहीं करें।
- मिट्टी में केवल जैविक खाद ही डालें।
- अंडे के छिलके को भी खाद के रूप में पौधों में डाल सकते है, जिससे पौधों को भरपूर मात्रा में आहार प्राप्त हो सकें।
- छत पर पौधों को ऐसे स्थान पर रखें जहां पर सूरज की रोशनी और हवा अच्छी से पहुंचती हो।
हाइड्रोपोनिक्स विधि (hydroponics method)
हाइड्रोपोनिक्स विधि एक विदेशी तकनीक से की जाने वाली बागवानी का आधुनिक तरीका है। यह विधि शहरों के लिए बेहद फायदेमंद है। इसे विधि में बिना मिट्टी का प्रयोग किए आधुनिक तरीके से खेती की जाती है।
हाइड्रोपोनिक खेती में केवल पानी और पानी के साथ पौधों के लिए जरुरी पोषक तत्व को दी जाती है। इस विधि में पाइप में माध्यम से सभी चीजें दी जाती है। इसमें जलवायु नियंत्रण की जरूरत नहीं होती है। लगभग 15 से 30 डिग्री तापमान और 80 से 85 प्रतिशत आर्द्रता (Humidity) में हाइड्रोपोनिक खेती को आसानी से किया जा सकता है।
इस तकनीक के मदद से समय और लागत की बचत होती है। यदि आप भी शहर में रहते हैं और छत पर 50-500 वर्गमीटर की जगह हो तो भी छत पर आसानी से बागवानी कर सकते हैं।
ये तो थी, छत पर बागवानी (Terrace gardening) की बात। लेकिन, The Rural India पर आपको कृषि एवं मशीनीकरण, सरकारी योजना और ग्रामीण विकास जैसे मुद्दों पर भी कई महत्वपूर्ण ब्लॉग्स मिलेंगे, जिनको पढ़कर अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं और दूसरों को भी इन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।