स्वस्थ पशु की जांच कैसे करें? यहां जानें | good dairy cattle
पशुपालन (animal husbandry) की सफलता स्वस्थ और दुधारू पशुओं पर होती है। अधिक मुनाफा के लिए दुधारू पशुओं का होना जरूरी है।

selection of good dairy cattle in hindi | दुधारू पशुओं का सही चुनाव कैसे करें
पशुपालन (animal husbandry) की सफलता स्वस्थ और दुधारू पशुओं पर होती है। अधिक मुनाफा के लिए दुधारू पशुओं का होना जरूरी है। इसके लिए हमें पशु खरीदते समय ही स्वस्थ पशु को खरीदना चाहिए। यदि आप भी पशुपालन से अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं।
तो आइए, द रूरल इंडिया के ब्लॉग में जानें- पशु खरीदते समय स्वस्थ पशु की जांच कैसे करें?
दुधारू पशुओं को खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान
आंखें
पशु चमकीले, साफ और प्रवाह से रहित, पपड़ीदार और रक्त रंजित न हो।
नाक
ठंडा, नम थूथन, नियमित जीभ फेरने के साथ नियमित सांस लेना, जो अस्वाभाविक न हो। घरघराहट, खांसी, छींक या अनियमित श्वसन के प्रति सचेत रहें।
आवरण (बाल)
पशु का बाल चमकदार, साफ और उलझन रहित, चिचड़ों से रहित होना चाहिए।
पशु का वजन
कमजोर और दुबले पशुओं के प्रति सचेत रहें।
पशु का मनोभाव (रवैया)
जिज्ञासु, सावधान और संतुष्ट; समूह से अलग खड़े पशुओं से सावधान रहें। वे बदमिज़ाज हो सकते हैं
चाल-चलन
पशु आसानी से चले, लंगड़ा के नहीं; धीमी या असंगत चाल या बैठते समय कूबड से सावधान रहें, उठते समय पशु को कठिनाई न हो।
पशु का थन (अडर)
दुधारू पशु का थन स्वस्थ और आकार में बड़ा होना जरूरी है। उन्नत दुग्ध शिराएं होनी चाहिए। थन लदा हुआ और ज्यादा मांसल नहीं होना चाहिए। गाय को चलते समय ध्यान से देखें, थन एक तरफा झुका हुआ नहीं होना चाहिए।
पशु की वंशावली
पशु के प्रसव की संख्या, पूर्ववर्ती ब्यॉत में दुग्ध उत्पादन का अभिलेख, कोई विशेष बीमारी जैसे- थनैला, गर्भाशय भ्रंश, जेर का रूकना, प्रसव में कठिनाई, दुग्ध ज्वर इत्यादि का विस्तृत अभिलेख रखना जरूरी है।
आयु (उम्र)
यद्यपि यह स्वास्थ्य से संबंधित नहीं है, फिर भी किसान को उसके दांत देखकर आयु का निर्धारण कर लेना चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न- एक स्वस्थ पशु की पहचान क्या है?
उत्तर- एक स्वस्थ पशु परिवेश के प्रति सदैव जागरूक और सतर्क रहता है। इसके साथ ही त्वचा और आंखों में चमक बरकरार रहता है।
प्रश्न- बीमार पशु को कैसे पहचानेंगे?
उत्तर- बीमार पशु सुस्त और झुंड से अलग रहता है। बीमार पशु चारा कम खाता है।
प्रश्न- जानवरों में कौन सा रोग दूध उत्पादन में कमी करता है?
उत्तर- जानवरों में थनैला रोग होने पर दूध उत्पादन में कमी हो जाता है। इसके किसी भी प्रकार की बीमारी पशु को लगने पर दूध उत्पादन में कमी आ जाती है।
प्रश्न- पशुओं में नस्ल सुधार कैसे किया जाता है?
उत्तर- पशुओं की नस्ल सुधार के लिए संकरण विधि से किया जाता है। सकंरण विधि में विदेशी या अधिक दूध देने वाली गाय और उच्च कोटि के देशी सांड का निषेचन कराया जाता है। इससे अधिक दूध और देशी परिवेश में रहने लायक बछड़े/बछिया पैदा होते हैं।
ये तो थी, दुधारू पशुओं का सही चुनाव कैसे करें (selection of good dairy cattle for a dairy farm in hindi) की जानकारी। यदि आप इसी तरह कृषि, मशीनीकरण, सरकारी योजना, बिजनेस आइडिया और ग्रामीण विकास की जानकारी चाहते हैं तो अन्य लेख जरूर पढ़ें और दूसरों के लिए भी फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया पर शेयर करें।