छत पर बागवानी के लिए यहां हम आपको एक ऐसा अनोखा तरीका बताएंगे जिससे आप अपने घर पर ही अच्छी खासी सब्जियां तैयार कर सकते हैं और अपने परिवार के साथ साथ अन्य परिवारों को दे सकते हैं।
आप अपनी छत पर दो तरह से खेती कर सकते हैं। पहला तरीका है- देशी विधि और दूसरा तरीका है हाइड्रोपोनिक विधि। सबसे पहले हम आपको बता दें कि ऑर्गेनिक खेती वह खेती है जिसमें गोबर, जैविक खाद का प्रयोग किया जाता है।
यानी पशुओं के द्वारा गोबर गोमूत्र या घर की जैविक कूड़ा यानी फल सब्जियां को सड़ा कर खाद तैयार किया जाता है जिसका इस्तेमाल कर हम अपने फ़ार्म और बाग़वानी में करते है। जिससे हम बिना केमिकल युक्त साग सब्जियों को उगाकर खाते हैं।
हाइड्रोपोनिक तरीका या एक अनोखा तरीका है जो इजराइली टेक्नोलॉजी पर आधारित है इसकी खासियत यह है कि बिना मिट्टी के ही हम सब्जी उगाते हैं यह जानकर आपको जरूर अचंभा होगा लेकिन यह सही है हाइड्रोपोनिक तरीके मैं पानी की सहायता से फल और सब्जियां उगाया जाता है। इन तरीकों से हम पालक आलू, टमाटर, हरी मिर्च, पुदीना, तोरई, भिंडी जैसे हरी सब्जियां बड़े ही आसानी से उगा सकते हैं, वो भी काम लागत से बिना कहीं जाए ।
देशी विधि
ऑर्गेनिक खेती करने का सबसे अच्छा और सरल तरीक़ा देसी तरीका है जिसमें हम अपने छत पर खेती कर सिर्फ अपने लिए पोषक और शुद्ध खाद्य पदार्थ ही नहीं उगा सकते बल्कि आप मोटी कमाई भी कर सकते हैं. छत पर कृषि आमतौर पर जैविक तरीके से होती है. इस कारण इनके दाम भी अच्छे मिलते हैं. लेकिन इसकी जानकारी होनी जरूरी है नहीं तो थोड़ी सी गलती की वजह से आप के छत में सीपेज होने का डर रहता है तो सबसे पहले हम अपने छत पर पॉलिथीन छत के बराबर या प्लास्टिक का कारपेट बिछाते हैं उसके ऊपर मिट्टी की चादर बिछाकर क्यारियाँ हैं या फिर हम गमले की सहायता ले सकते हैं या फिर मिट्टी की क्यारियां तैयार कर उसमें पौधे लगा सकते है इसके अलावा कबाड़ों से टूटे-फूटे कंटेनर, टंकियां, टब, बाल्टी व दूसरी बर्तन को जुटाकर इसमें सब्जियां लगाकर सब्ज़ियाँ उगा सकते हैं।
हाइड्रोपोनिक्स विधि
यह एक विदेशी तकनीकी है जो इस समय बहुत ज़्यादा प्रचलन में है, इस तकनीक में मिट्टी का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं होता है और पौधों के लिए जरूरी पोषक तत्व पानी के सहारे सीधे पौधों की जड़ों तक पहुंचाया जाता है।
इसके लिए मिट्टी और न खाद की जरूरत होगी। महज पानी और कोकोपिट (नारियल) से होने वाली सब्जियों की खेती से छत पर वजन भी ज्यादा नहीं होता। सामान्य देखभाल से ही सब्जियों की फसल लहलहाने लगती है।
हाइड्रोपोनिक्स तकनीक में पौधे एक मल्टी लेयर फ्रेम के सहारे पाइप में उगाए जाते हैं. उनकी जड़ें पाइप के अंदर पोषक तत्वों से भरे पानी में छोड़ दी जाती है. हाइड्रोपोनिक्स के सेटअप के लिए कई कंपनियां काम करती हैं जो शौकिया गार्डन से लेकर कमर्शियल फार्म सेट करने में आपकी मदद करती हैऔर इसमें परम्परागत खेती के मुक़ाबले काम पानी में हो जाता है एसके साथ ही यह ज़्यादा स्थान नहीं लेता है। इसलिए इस तकनीक की प्रचलन तेज़ी से इंडिया में बढ़ रहा है ।
इस तरह हम इन दोनों तकनीकी का इस्तेमाल करके घर बैठे शुद्ध हरी-भरी सब्ज़ियाँ उगा सकते है और अपने परिवार के साथ साथ आप आमदनी भी कर सकते है।
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