मुर्गी पालन टिप्स | poultry farming guide in hindi
मुर्गी पालक मुर्गी पालन तो शुरू कर देते हैं। मगर मुर्गियों की सही देखभाल ना कर पाने के कारण या तो मुर्गियां संक्रमित हो जाती हैं।

poultry farming guide in hindi: मुर्गी पालक मुर्गी पालन तो शुरू कर देते हैं। मगर मुर्गियों की सही देखभाल ना कर पाने के कारण या तो मुर्गियां संक्रमित हो जाती हैं या उनकी मृत्यु हो जाती है। जिससे मुर्गी पालन का व्यवसाय (poultry farming business) गति पकड़े से पहले की रुक जाता है और उन्हें भारी नुकसान होता है। इसलिए मुर्गी पालकों को मुर्गियों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
तो आइए, द रूरल इंडिया के इस लेख में जानें- मुर्गी पालन के टिप्स (poultry farming guide in hindi)
मुर्गी पालन करते समय इन बातों का रखें ध्यान (poultry farming tips)
- मुर्गियों को रखने के स्थान और उसके आसपास के क्षेत्र की सफाई का पूरा ध्यान रखें, ताकि जीवाणुओं और विषाणुओं के प्रकोप से बचाया जा सके।
- पक्षियों के आहार एवं पानी को रोजाना बदलें।
- अनावश्यक लोगों को बाड़े में ना जाने दें।
- मुर्गियों के स्वास्थ्य पर नियमित नज़र रखें।
- पक्षियों की आँखों, गर्दन और सिर के आसपास सूजन, कलंगी, पंखों या टांगों का रंग बदलने तथा पक्षियों के कम अंडे देने पर सचेत हो जाएं, क्योंकि ये सभी बीमारी तथा संक्रमण के संकेत हो सकते हैं।
- मुर्गे-मुर्गियों को दूसरे पशु-पक्षियों के संपर्क में नहीं आने दें।
- मुर्गियों के संपर्क में आने वाली हर वस्तु की साफ़-सफाई का ध्यान रखें।
- नए पक्षियों को कम से कम 30 दिनों तक स्वस्थ पक्षियों से दूर रखें।
- मुर्गियों की हर सामान्य बीमारी अथवा मौत की सूचना तुरंत नजदीकी पशु चिकित्सालय को दें।
मुर्गी पालन के लिए सावधानियां (Precautions for poultry farming)
- कुक्कुट फार्म में चूजे लाने से पहले यह सुनिश्चित कर लें की जिस हेचरी से चूजे लाने हैंं वहां पिछले तीन माह के दौरान मुर्गियों को किसी प्रकार का रोग नहीं हुआ हो।
- मुर्गियों के बाड़ें के प्रवेश द्वार पर फुट बाथ हेतु सोडियम हाइड्रोऑक्साइड का घोल रखें। मुर्गियों को प्रवासी पक्षी, वाटर फ़ाउल, बत्तख आदि के संपर्क में नहीं आने दें।
- पोल्ट्री फार्म परिसर में कुत्ते, बिल्ली व अन्य जंगली जानवरों को प्रवेश नहीं करने दें। कुक्कुट फार्म में चूहों की रोकथाम के उपाय करें और खरपतवार की भी सफाई करते रहें।
- रोगग्रस्त क्षेत्रों में कुक्कुट पालन हेतु ऑल इन ऑल आउट पद्धति को अपनाकर कुक्कुट फार्म को पूर्ण रूप से कीटाणु रहित कर दें।
- कुक्कुट फार्म में मृत पक्षियों, संक्रमित बिछावन और ख़राब अंडे के निस्तारण हेतु डिस्पोजेबल पिट बनाकर निस्तारित कर दें।
- इनकों जलाकर या गहरे गड्ढें में कीटाणुनाशक दवा या चूने के साथ गाड़कर नष्ट कर दें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न- 100 मुर्गी पालने में कितना खर्चा आएगा?
उत्तर- 100 मुर्गी पालन में लगभग 4 हजार से लेकर 5 हजार का खर्च आता है। यह खर्च 100 मुर्गियों के आहार और दवाइयों का खर्च है। इसके अलावा आपको उनके आवास पर अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा।
प्रश्न- 5000 मुर्गी फार्म बनाने में कितना खर्चा आएगा?
उत्तर- 5000 मुर्गियों के फार्म बनाने में लगभग 50 हजार से लेकर 1 लाख रुपए का खर्च आता है।
प्रश्न- मुर्गी क्या खाकर बढ़ती है?
उत्तर- मुर्गियों को बढ़ाने के लिए आपको उचित आहार प्रबंधन की जरूरत होगी। इसके लिए तीन प्रकार के फीड(आहार) आती है। 1. स्टार्टर फीड, 2. ग्रोवर फीड, और 3. लेयर फीड।
प्रश्न- 100 मुर्गी के लिए कितनी जगह चाहिए?
उत्तर- 100 मुर्गियों के लिए 200 से 300 वर्गफीट जगह की जरूरत पड़ती है।
प्रश्न- मुर्गी जल्दी कैसे बढ़ती है?
उत्तर- मुर्गी जल्दी बढ़ाने के लिए उचित देखभाल और आहार प्रबंधन की आवश्यकता होती है।
प्रश्न- देसी मुर्गी 1 महीने में कितने अंडे देती है?
उत्तर- देसी मुर्गी 1 महीने में 20-25 अंडे देती है।