Napier Ghas ki Kheti: नेपियर घास की खेती कैसे करें, यहां जानें
गन्ने की तरह दिखने वाली सुपर नेपियर घास किसानों के साथ-साथ पशुपालकों के बीच भी काफी प्रसिद्ध है। इसे गांवों में हाथी घास भी कहते हैं।
Napier Ghas ki Kheti Kaise kare: गन्ने की तरह दिखने वाली सुपर नेपियर घास किसानों के साथ-साथ पशुपालकों के बीच भी काफी प्रसिद्ध है। इसे गांवों में हाथी घास (Hathi ghas) भी कहते हैं। इस घास में वो सभी पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो एक दुधारू पशु को आहार के रूप में उपयोगी है। हरा चारा के लिए यह घास अधिक समय तक उपलब्ध रहती है। जिससे पशुपालकों को सालभर हरा चारा मिल जाता है।
तो आइए, आज इस ब्लॉग में नेपियर घास की खेती कैसे करें(Napier Ghas ki Kheti Kaise kare), जानें।
नेपियर घास के लिए जलवायु और मिट्टी
इस घास को वैसे तो कई प्रकार की मिट्टियों में उगाया जा सकता है। लेकिन नेपियर घास की खेती (Napier Ghas ki Kheti) के लिए दोमट और बलुई दोमट मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है। इसे गर्म जलवायु के अतरिक्त ठन्डे स्थानों पर भी उगाया जा सकता है।
खेत की तैयारी
- सबसे पहले हैरो द्वारा खेत की गहरी जुताई करके मिट्टी को भुरभुरा बना लें।
- इस घास को लगाने से पहले खेत को समतल जरूर कर लें।
- इसके अलावा खेत में खरपतवार अच्छी तरह हटा दें।
नेपियर घास की बुआई कब करें?
इसकी बुआई के लिए सबसे अच्छा समय जून-जुलाई होता है। इसकी बुआई आप रबी के मौसम में भी कर सकते हैं।
बुआई का तरीका
नेपियर घास (Napier Ghas) की बुआई तने के टुकड़े या जड़दार तने के भाग से की जाती है। यह टुकड़े तने के निचले भागों से चुने जाते हैं। इसको दो या तीन गांठ वाले छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। सर्दियों में कटाने के बाद टुकड़ों को 15 से 20 दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है। टुकड़ों को गाड़ते वक्त इस बात का ध्यान रखे कि इसकी एक गाँठ जमीन के अन्दर और दूसरी गाँठ जमीन की सतह पर होनी चाहिए।
खाद एवं उर्वरक प्रबंधन
नेपियर घास की खेती (Napier Ghas ki Kheti) के लिए प्रति हेक्टेयर 125 से 150 क्विंटल गोबर की सड़ी हुई खाद और 50 से 60 किलो नत्रजन, 60 किलोग्राम स्फूर तथा 40 किलो पोटाश बुआई के समय ही डाल दें।
सिंचाई प्रबंधन
गर्मी और सर्दियों में फसल को सिंचाई की आवश्यकता पड़ती है। गर्मियों में मार्च से जून तक फसल की सिंचाई 10 से 12 दिन के अंतर पर करें। वहीं सर्दी के मौसम में फसल की 15 से 20 दिनों के अंतर पर सिंचाई करें। बरसात को छोड़कर प्रत्येक 15 दिन के अंतर पर सिंचाई करें। इसके अलावा प्रत्येक कटाई के बाद सिंचाई करना जरूरी है।
कटाई
बुआई के 75 से 80 दिनों के बाद कटाई करें। इस समय पौधे की ऊंचाई 1.25 से 1.5 मीटर लगभग होती है। पहली कटाई के बाद अन्य कटाई 40 से 45 दिन के अंदर करें।
नेपियर घास की उपज
1500 से 1800 क्विंटल हरा चारा प्राप्त कर सकते हैं। अंतरवर्ती खेती में 1800 से 2800 क्विंटल हरा चारा प्राप्त हो सकता है।