Lumpy Virus: लंपी वायरस क्या है? यहां जानें
लंपी वायरस पशु में संक्रमित होने वाला एक जानलेवा बीमारी है। यह बीमारी संक्रमित पशु से दूसरे पशुओं में तेजी से फैल जाती है।
तो आइए, द रूरल इंडिया के इस ब्लॉग में जानें- यह वायरस क्या है, कैसे फैलता है, और किस तरह के इसमें लक्षण होते हैं, जिन्हें पहचान कर हम अपनी गायों का बचाव खुद से कर सकते हैं।
लंपी वायरस क्या है?(lumpy virus kya hai)
लंपी वायरस पशु में संक्रमित होने वाला एक जानलेवा बीमारी है। यह बीमारी संक्रमित पशु से दूसरे पशुओं में तेजी से फैल जाती है। आपको बता दें कि यह बीमारी खून चूसने वाले कीड़ों, मच्छर कुछ प्रजातियों और पशुओं को कीड़ों के काटने से फैलती है। यह बीमारी दुधारू पशुओं में पाई जाती है। इसको हम काऊ पॉक्स भी कह सकते हैं।
जैसे मनुष्य में चिकन पॉक्स (जिसे आम भाषा में हम माता आ जाना कहते हैं) हो जाता है। वैसे ही यह जानवरों में होने वाली काऊ पॉक्स बीमारी है। मुख्य रूप से यह अधिक संख्या में अभी गायों में देखने को मिल रही है और पशुओं दिन प्रतिदिन मौत के घाट उतार रही है। लंपी वायरस के इतना अधिक फैलाव का एक कारण यह भी है, कि ये वायरस संक्रमित पशु के संपर्क में आने से अन्य स्वस्थ पशुओं में तेज़ी से फैल रहा है।
लंपी वायरस के लक्षण (Symptoms of Lumpy Virus)
- शरीर में गांठो का पड़ जाना।
- बुखार का पशु के शरीर में बने रहना।
- इस बीमारी में अक्सर आंखों से और नाक से पानी बहता रहता है।
- इस बीमारी की हो जाने के बाद भूख बहुत कम लगना शुरू हो जाती है।
- इस संक्रमण के कारण पशुओं का वजन भी कम हो जाता है।
- मुंह से लार का बहते रहना।
- इस बीमारी से पशुओं के शरीर में अत्यधिक कमजोरी आ जाने के कारण दूध की मात्रा में भी अत्यधिक कमी होने लगती है।
- कमजोरी के कारण पैरों में लंगड़ापन आने लगता है। जिससे पशुओं को चलने फिरने में बहुत दिक्कत होने लगती है।
- इस बीमारी से नर पशुओं में काम करने की ताकत बहुत कम हो जाती है।
लंपी रोग से बचाव के उपाय (prevention of lumpy disease)
- यदि कोई पशु वायरस से संक्रमित हो जाता है, तो उसे स्वस्थ पशुओं से अलग रखें।
- जितना हो सके उतना आप पशुओं के स्थान को साफ रखें।
- कीड़ों को खत्म करने के लिए स्प्रे का छिड़काव करें
- समय-समय पर कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव पशु घरों के आसपास करते रहें।
- चिकित्सक की सलाह के बाद पशुओं को आपको गोट पॉक्स वायरस वैक्सीन को जरूर लगवाएं।
- यदि किसी पशु की मृत्यु हो जाती है, तो उसके शव को खुले में ना छोड़े इससे वायरस के फैलने का खतरा और अधिक बढ़ सकता है।
- गायों को प्रतिदिन पौष्टिक भोजन के खिलाएं जिससे रोग से लड़ने में पशु को मदद मिल सके।
- यदि रोगी पशु के ऊपर कोई घाव है, तो उसे खुले में न छोड़े क्योंकि इन घावों की वजह से यह वायरस इतनी तेजी से फैल सकता है।
- रोज़ाना पशु के शरीर को गीले कपड़े से जरूर पोछें।
क्या यह रोग इंसानों में भी फैल सकता है?
जैसे-जैसे लंपी वायरस का संक्रमण बढ़ रहा है, वैसे-वैसे लोगों के मन में यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या यह संक्रमण मनुष्यों में भी हो सकता है। तो आपको बता दें, यह बीमारी अभी तक केवल जानवरों में ही पाई गई है। इसके इंसानों में होने के खतरा न के बराबर हैं। इसलिए अब आप अपने पशुओं का ध्यान और भी अच्छी तरह से रख सकते हैं, बिना किसी चिंता के। और साथ ही आपको पशुओं की देखभाल करने के बाद अपनी साफ-सफाई का भी ध्यान रखना चाहिए यह भी आपकी अपनी जिम्मेदारी है।