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लांड्री एवं ड्राई क्लीनिंग बिजनेस कैसे करें, यहां जानें पूरी बात

लॉन्ड्री और ड्राई क्लीनिंग (Laundry and dry cleaning) की मांग आजकल हर जगह बढ़ गई है। गांव हो या शहर हर जगह लॉन्ड्री क्लीनर्स शॉप खुल रहे हैं।

लांड्री एवं ड्राई क्लीनिंग बिजनेस कैसे शुरू करें?

laundry business in hindi: लॉन्ड्री और ड्राई क्लीनिंग (Laundry and dry cleaning) की मांग आजकल हर जगह बढ़ गई है। चाहे गांव हो या शहर हर जगह को लॉन्ड्री या ड्राई क्लीनर्स शॉप देखी जा सकते हैं। इस आधुनिकता के दौर में हर तरह के कपड़े घर पर नहीं धुले जा सकते हैं। खासतौर पर मोटे कंबल और हेवी कपड़े जैसे- लहंगा, शेरवानी आदि। इन्हें धुलवाने के लिए हमें किसी ना किसी ड्राई क्लीनर्स को देना पड़ता है। कुछ फैब्रिक और एंब्रॉयडरी ऐसे होते हैं। जिससे घर में धूलने पर आपको कपड़ों का नुकसान भुगतना पड़ सकता है। ऐसे में लांड्री एवं ड्राई क्लीनिंग बिजनेस (laundry business) आपके लिए एक रोजगार का साधन बन सकता है। 

 

तो आइए, द रुरल इंडिया के इस ब्लॉग में जानें- लांड्री एवं ड्राई क्लीनिंग बिजनेस कैसे शुरू करें? (how to start laundry business in hindi)

 

आप इस ब्लॉग में जानेंगे-

  • लॉन्ड्री वॉश या ड्राई क्लीनिंग क्या है
  • लॉन्ड्री या ड्राई क्लीनिंग बिजनेस कैसे शुरू करें
  • लोकेशन का चयन करें
  • कर्मचारियों का चयन करें
  • आवश्यक सामग्री और मशीनरी
  • मशीनरी और आवश्यक सामग्री कहां से खरीदें
  • ड्राई क्लीनिंग बिजनेस के लिए रजिस्ट्रेशन
  • लॉन्ड्री या ड्राई क्लीनिंग बिजनेस में लागत
  • ड्राई क्लीनिंग बिजनेस में मुनाफा

 

लॉन्ड्री वॉश या ड्राई क्लीनिंग क्या है (What is laundry wash and dry cleaning)

लॉन्ड्री ड्राई क्लीनिंग दोनों ही कपड़े की सफाई से जुड़ी प्रक्रियाए हैं। लेकिन यह दोनों ही एक दूसरे से अलग है। अगर बात हम ड्राई क्लीनिंग की करें तो इसमें कपड़े को पानी से ना धोकर एक रासायनिक विलायक में भिगोया जाता है। उसके बाद कपड़े की सफाई की जाती है।

 

अगर हम लॉन्ड्री बस की बात करें तो इसमें डिटर्जेंट साबुन का इस्तेमाल करके ग्राहक के कपड़े को धोया जाता है। यही कारण है कि लॉन्ड्री वाश की तुलना में ड्राई क्लीनिंग करवाना अधिक खर्चीला होता है। इन बातों के बाद आप समझ गए होंगे कि लॉन्ड्री या ड्राई क्लीनिंग बिजनेस कितना फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि आजकल शादी विवाह में भी लोगों को ज्यादातर एंब्रॉयडरी या हैवी कपड़े ही पहनना पसंद होता है। तो जाहिर सी बात है कि वह लोग वह कपड़े अपने घर में नहीं धुलेंगे। 

 

लॉन्ड्री और ड्राई क्लीनिंग बिजनेस कैसे शुरू करें? (How to start dry cleaning business)

अगर आप लॉन्ड्री आ ड्राई क्लीनिंग की बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। तो सबसे पहले आपसे यह सोच लेना चाहिए कि आप यह बिजनेस कहां शुरू करना चाहते हैं। वहां किस तरह के लोग रहते हैं आपको यह देखना भी बहुत जरूरी है। क्योंकि कोई भी बिजनेस सबसे पहले वहां के आसपास रहने वाले लोगों पर निर्भर करता है।

 

ज्यादातर नौकरी करने वाले लोग या फिर ऐसे लोग जो अपने घर से दूर रह रहा है। ज्यादातर लॉन्ड्री वास करवाने का शौक रखते हैं। इसके अलावा मध्यम वर्ग के लोग भी  अपने कपड़े की ड्राई क्लीनिंग करवाते हैं। 

 

लोकेशन का चयन कैसे करें (Choose location for laundry and dry cleaning)

सही लोकेशन का चुनाव तो हर बिजनेस में काफी महत्वपूर्ण होता है। वैसे ही आपको बिजनेस शुरू करने के लिए पहले लोकेशन का चुनाव कर लेना चाहिए। खास तौर पर इस बिजनेस के लिए ऐसी जगह का चुनाव करें। जहां पर हॉस्पिटल, सरकारी क्वार्टर या अच्छी कॉलोनी होटल रेस्टोरेंट आदि हो। आप ऐसे ही जगह पर चाहे तो दुकान किराए पर लेकर या काम शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आपके पास सड़क पर कहीं जगह मौजूद है तो यह आपके लिए बहुत ही अच्छा साबित हो सकता है। ऐसे में आपका दुकान का किराया बच जाएगा।

 

कर्मचारियों का चयन कैसे करें (Choose employee for work)

खास तौर पर व्यवसाई को यह ध्यान में रखकर कर्मचारियों का चुनाव करना चाहिए। कि कर्मचारियों से हो जो पहले इस क्षेत्र में काम किए हो क्योंकि अनुभवी लोगों को इस काम में रखना ही ज्यादा बेहतर है। वरना लोगों के कपड़े खराब हो जाए तो दुकानदार को बहुत घाटा सहना पड़ सकता है।

 

आवश्यक सामान और मशीनरी (Important machinery)

  • औद्योगिक वॉशिंग मशीन
  • कपड़े सुखाने वाली मशीन
  •  वोल्ट वैक्यूम फीनेसिंग टेबल के साथ प्रेस
  • कैलेंडरिंग मशीन
  • स्टीम जेनरेटर
  • साबुन और डिटर्जेंट
  • रासायनिक विलायक

 

मशीनें और सामग्री कहां से खरीदें

लॉन्ड्री और ड्राई क्लीनर बिजनेस में मशीन और सामग्री खरीदने के लिए आप पहले कई सप्लायर से संपर्क करने की कोशिश करें। आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों ही तरीके से सप्लायर खोज सकते हैं। इसके अलावा आप चाहे तो अपने आसपास दुकानों या होलसेलर रिटेलर से भी मशीनें खरीद सकते हैं। और कपड़े धोने की सामग्री भी आप होलसेलर से खरीद सकते हैं।

 

इन मशीनों की खरीदारी करना चाहते हैं तो आप ग्रेट इंडिया, इंडियामार्ट जैसे ऑनलाइन साइटों पर संपर्क करके अपनी आवश्यकता अनुसार मशीनरी मंगा सकते हैं।

 

लॉन्ड्री और ड्राई क्लीनर्स बिजनेस के लिए रजिस्ट्रेशन (Registration for dry cleaning business)

शुरुआती दौर में यह उद्यमी पर निर्भर करता है कि वह अपने बिजनेस का रजिस्ट्रेशन करवाना चाहते हैं या नहीं। आप चाहे तो उस शुरुआती दौर में बिना रजिस्ट्रेशन के लिए काम कर सकते हैं। फिर कुछ दिनों के बाद अपने मुनाफा को देखते हुए आपको लघु उद्योग के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इसके बाद अगर आप का मुनाफा जीएसटी टर्नओवर तक जाता है तो आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन भी करवा लेना चाहिए। इसके लिए आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों ही तरीके आजमा सकते हैं।

 

लॉन्ड्री एवं ड्राई क्लीनर्स बिजनेस में लागत (Investment in laundry and dry cleaning business)

लॉन्ड्री या ड्राई क्लीनिंग के बिजनेस में लागत आपसे दुकान के जगह के अनुसार निर्भर करता है। अगर आप यह काम गांव में कर रहे हैं तो आप कम लागत में यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं। लेकिन अगर आप शहरी क्षेत्र में इस काम की शुरुआत अच्छी लेवल पर करना चाहते हैं तो आपको कम से कम दो से तीन लाख तक की लागत लगानी पड़ेगी। इसके अलावा आपको कच्चे माल और अन्य चीजों में भी पैसा लगाना पड़ सकता है। आप चाहे तो इस बिजनेस में लागत के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ भी उठा सकते हैं।

 

लॉन्ड्री और ड्राई क्लीनर्स बिजनेस में मुनाफा (Profit in laundry and dry cleaning business)

इस बिजनेस में मुनाफा आपके कपड़े धोने और समय पर ग्राहकों को देने के ऊपर निर्भर करता है। बात अगर मुनाफे की करें तो यह भी आपके दुकान के लोकेशन पर निर्भर भी  करता है। क्योंकि कुछ लोग गांव में कई महीनों में एक बार अपने कपड़ों को लॉन्ड्री वाश करवाते हैं। लेकिन शहरी क्षेत्रों में लोग लगभग हर हफ्ते ही अपने कपड़े को ड्राई क्लीन करवाते हैं। अगर आप ने सही जगह पर अपने हिस बिजनेस की शुरुआत कर ली है तो हो सकता है कि आपको इस काम से फुर्सत ही ना मिले। इस तरह से अगर आप अच्छा काम करते हैं तो आपको अच्छा मुनाफा भी होगा।

 

ये तो थी, लांड्री एवं ड्राई क्लीनिंग बिजनेस कैसे शुरू करें? (how to start laundry business in hindi) की जानकारी। यदि आप इसी तरह कृषि, मशीनीकरण, सरकारी योजना, बिजनेस आइडिया और ग्रामीण विकास की जानकारी चाहते हैं तो अन्य लेख जरूर पढ़ें और दूसरों को भी पढ़ने के लिए शेयर करें।

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