ढाबा कैसे खोलें, यहां जानें | dhaba business plan in hindi
इन दिनों ढाबा बिजनेस (dhaba business) का स्कोप काफी बढ़ गया है। यही कारण है कि हाइवे और शहरों से दूर जगह-जगह ढाबे खुल रहे हैं।
dhaba business plan in hindi: ढाबा (Dhaba) कहने पर ज्यादातर हम लोगों को यही समझ में आता है कि जो किसी हाईवे के आसपास होटल होता है उसे ही ढाबा कहा जाता है। जी हां! उसे भी ढाबा (Dhaba) कहा जाता है लेकिन अब हर कोई ढाबे का आनंद लेने हाईवे पर नहीं जा सकता है। इसलिए अब हर जगह ढाबे की स्टाइल का खाना मिलने लगा है।
इन दिनों ढाबा बिजनेस (dhaba business) का स्कोप काफी बढ़ गया है। यही कारण है कि हाइवे और शहरों से दूर जगह-जगह ढाबे खुल गए हैं। आपको बता दें, ढाबे में खाना परोसने का तरीका और बैठने की व्यवस्था अन्य रेस्टोरेंट से थोड़ी अलग होती है ढाबे में खाना खाना हमें थोड़ा देसी और गांव की याद दिलाता है।
जैसे-
- मिट्टी के बर्तन में चारपाई पर बैठ कर खाना खाना।
- गांव के बीच हरियाली में खाना खाने का लुफ्त उठाना।
यदि आप भी खाना बनाने के शौकीन हैं और रोजगार की तलाश में हैं, तो ढाबा का बिजनेस (dhaba business) आपके लिए सही रोजगार हो सकता है।
तो आइए, द रुरल इंडिया के इस लेख में ढाबा खोलने से पहले इसके बारे में जानकारी (dhaba business plan in hindi) इकठ्ठा कर लें।
इस ब्लॉग में आप जानेंगे-
- ढाबा बिजनेस में स्कोप
- ढाबा शुरू करने से पहले योजना बनाना
- जगह का चुनाव करना
- ढाबे का नाम कैस रखें
- लाइसेंस कैसे लें
- ढाबे की इंटीरियर डिजाइनिंग
- रसोईया और वेटर की नियुक्ति
- ढाबे की उद्घाटन की तारीख निश्चित करें
- ढाबा खोलने में लागत
- मार्केटिंग और मुनाफा
ढाबा खोलने से पहले किन बातों का रखना चाहिए,(dhaba business plan in hindi) जान लेते हैं।
ढाबा खुलने से पहले इन बातों का रखें ध्यान (Keep these things in mind before opening Dhaba)
- ढाबा खोलने से पहले आपको किसी ऐसे लोगों से बात करनी चाहिए जो पहले से किसी होटल या ढाबा में काम कर रहे हैं या उनका खुद का ढाबा हो।
- ढाबे में क्या-क्या रख सकते हैं जिससे लोग ज्यादा आकर्षित इसके बारे में भी सोचना चाहिए।
- ढाबे के आसपास कोई गंदी जगह जैसे दारु की दुकान या घुमक्कड़ों का अड्डा ना हो।
- खोलना हो वहां पानी और बिजली की उचित व्यवस्था हो।
- अपने ढाबे में कुछ स्पेशल थाली रखें जिसका सीक्रेट सिर्फ आपके पास हो यह आपको मार्केट में अलग पहचान दिलाने में मदद करेगा।
ढाबा बिजनेस में स्कोप (Scope in Dhaba Business)
लोगों के बदलती जीवन शैली और जनसंख्या में बढ़ोतरी के साथ-साथ ज्यादातर लोग रेस्टोरेंट्स ढाबे में खाना खाना पसंद करते हैं। टूरिस्ट लोग भी ढाबे में खाना खाना पसंद करते हैं और अगर आपके ढाबे का खाना स्वादिष्ट हो और उचित दाम हो तो इसमें फायदे की अपार संभावनाएं रहती हैं।
ढाबा शुरू करने से पहले योजना बनाना (Planning before starting the Dhaba)
कोई भी बिजनेस शुरू करने से पहले उससे होने वाले मुनाफे के बारे में लोग ज्यादा सोचते हैं और यह सही भी है वैसे ही ढाबा शुरू करने से पहले इस बिजनेस को लेकर योजना बनाना बहुत ही महत्वपूर्ण है की आप किस जगह पर दावे की शुरुआत करना चाहते हैं जिससे आपको अच्छा मुनाफा मिले ऐसे ही कुछ छोटे-मोटे चीजों के बारे में योजना बनाना बहुत जरूरी है।
जैसे-
जगह का चुनाव करना (choice of place)
अगर आप सड़क के किनारे या या हाईवे पर ढाबा का बिजनेस (dhaba business) करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको किसी पर्यटन स्थल बस स्टैंड ट्रक स्टैंड हाईवे के आसपास की जगह को चुनना चाहिए। यह बात ध्यान रखकर ही ढाबे के लिए जगह चुनें कि वहां पर पानी और बिजली की उचित व्यवस्था हो।
आप चाहे तो शहर में भी ढाबा खोल सकते हैं जो दिखने में अच्छा हो और खाने का स्वाद भी अच्छा हो। अब अगर आपके पास कुछ स्पेशल हो जैसे ढाबे की बनावट गांव जैसी हो और मिट्टी के बर्तन इस्तेमाल होते हो तो लोग इस तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं।
इन जगहों पर ढाबा खोलना होगा लाभदायक (Dhaba location)
- रेलवे स्टेशन
- नेशनल हाईवे
- पर्यटन स्थल
- पेट्रोल पंप के पास
- जहां पर ढेर सारे रेस्टोरेंट हो वहां पर देसी ढाबा खोलें
- भीड़भाड़ वाले बाजार में
ढाबे का नाम कैसा रखें (name of dhaba)
लाइसेंस लेने से पहले आपको अपने ढाबे का नाम सोच लेना चाहिए अपने ढाबे का नाम ऐसा रखें जो मॉडर्न हो लेकिन भारतीय संस्कृति से भी उसका ताल्लुक रखता हो। यूनिक हो लेकिन सरल हो जो लोगों को आसानी से याद हो जाए।
ढाबा के लिए लाइसेंस कैसे लें (how to get license for dhaba)
छोटे स्तर पर ढाबा खोलने के लिए किसी प्रकार का लाइसेंस लेने की जरूर नहीं पड़ती है। लेकिन बड़े स्तर पर आपको इसके लिए लाइसेंस भी बनवाना पड़ेगा जो आपके ढाबे के नाम से जुड़ा हो। मनुष्य का सेहत उसके खाने पर निर्भर करती है इसलिए ढाबा शुरू करने से पहले आपको फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एसएसएआई | FSSAI) से लाइसेंस की जरूरत पड़ती है। इसके लिए आप ढाबे का नाम रखने के बाद ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीके से आवेदन कर सकते हैं।
अगर ढाबे का टर्नओवर जीएसटी के दायरे में जाता है तो आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन भी करवाना होगा। अगर आप छोटे स्तर पर मात्र अपनी जीविका चलाने के लिए ढाबा या होटल खोल रहे हैं तो इसके लिए आपको लाइसेंस की जरूरत नहीं पड़ेगी।
ढाबे की इंटीरियर डिजाइनिंग (Dhaba interior designing)
इंटीरियर डिजाइनिंग यानी ढाबे में लगने वाले फर्नीचर पेंटिंग आदि। सबसे पहले ढाबे के इंटीरियर डिजाइन ही लोगों को लुभाती है क्योंकि खाना तो लोग बाद में खाते हैं पहले वह ढाबे को देखकर ही आना चाहते हैं इसलिए लाइसेंस के बाद इंटीरियर डिजाइनिंग के लिए आपको समय देना होगा। इसलिए आपको अच्छे से सोच समझ कर ऐसे इंटीरियर तैयार करवाने चाहिए जो लोगों को बहुत ही कम समय में अपनी और आकर्षित कर लें।
आप चाहे तो अपने ढाबे के आसपास छोटे-मोटे पार्क भी बनवा सकते हैं जिसमें बच्चे कुछ देर मस्ती करें और बड़े लोग बैठे सकें ऐसी व्यवस्था करवानी चाहिए।
रसोईया और वेटर की नियुक्ति (cook and waiter)
एक ढाबे में या रेस्टोरेंट में रसोईया का सबसे महत्वपूर्ण योगदान होता है क्योंकि सभी खानों का स्वाद रसोईया के हाथों में ही होता है। कोशिश करें कि अपने ढाबे में एक्सपीरियंस वाले ही कुक और वेटर को नियुक्ति दें ताकि उन्हें काम करने का अनुभव पहले से हो। अगर आप के ढाबे का खाना लोगों को पसंद आ रहा है, तो ठीक है वरना अपने रसोईया को बदलने में ज्यादा देर ना करें।
ढाबे की उद्घाटन की तारीख निश्चित करें
सारी व्यवस्था होने के 5 से 10 दिन के बाद ही ढाबे का उद्घाटन करवाना चाहिए इससे पहले आप चाहे तो अपने ढाबे का अखबार में विज्ञापन और शहर में पेंपलेट बटवा दें ताकि अधिक से अधिक लोगों के कानों तक आपके ढाबे का नाम पहुंच जाए और उद्घाटन होते ही ज्यादा से ज्यादा लोग आपके ढाबे पर आए।
ढाबा खोलने में लागत (cost of opening a dhaba)
ढाबा खोलने में लागत तो थोड़ी अधिक आती है लेकिन अगर चल जाए तो आपको सूद समेत मुनाफा देती है। एक ढाबे को खोलने के लिए लगभग आपको एक से दो लाख की पूंजी लगानी होगी जैसे अगर आपके पास ढाबे की जमीन खुद की है तो जमीन का पैसा तो बच जाएगा वरना जमीन का किराया देना पड़ेगा। इसके अलावा ढाबे में इस्तेमाल होने वाले बर्तन फर्नीचर और अन्य खर्च के लिए लगभग 1 लाख से 2 लाख रुपए लगते हैं।
ढाबा बिजनेस में मार्केटिंग और मुनाफा (marketing and profits in dhaba business)
ढाबे के बिजनेस (dhaba business) में वैसे तो मार्केटिंग से कोई ताल्लुक नहीं है लेकिन मार्केट में जगह बनाना बहुत बड़ी बात है। अगर आप के ढाबे का खाना स्वादिष्ट है और परोसने का तरीका सांस्कृतिक है तो ग्राहकों का आना कभी बंद नहीं होगा। इससे आप के ढाबे की मार्केट में अलग पहचान बन जाएगी ढाबे में लोगों को आकर्षित करने में ढाबे के मालिक का भी बहुत बड़ा योगदान होता है।
कभी-कभी मालिक को भी वेटर का काम करना पड़ता है ना कि कितनी भी भीड़ हो आप लोगों का मुंह देखते रहे। अगर आप यह सब कुछ संभाल लेते हैं तो आप का ढाबा बहुत अच्छा चलने वाला है।
ढाबा के मुनाफे की बात करेंगे अगर ढाबा अच्छा चल गया चाहे वह हाईवे पर हो या शहर में 2 महीनों में लाखों की बचत कर सकते हैं।
ये तो थी, ढाबा कैसे खोलें (dhaba business plan in hindi) की जानकारी। यदि आप इसी तरह कृषि, मशीनीकरण, सरकारी योजना, बिजनेस आइडिया और ग्रामीण विकास की जानकारी चाहते हैं तो इस वेबसाइट की अन्य लेख जरूर पढ़ें और दूसरों को भी पढ़ने के लिए शेयर करें।